चांद पर निजी कंपनी का यान: निजी कंपनियों ने अंतरिक्ष में रखा बड़ा कदम, स्पेसएक्स ने दो लूनर लैंडर्स की जोड़ी को किया लॉन्च
- ब्लू घोस्ट मार्च की शुरुआत में चांद पर पहुंचेगा
- चंद्रमा की मिट्टी इकट्ठा करेगा आईस्पेस
- नासा दे रहा 145 मिलियन डॉलर
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। निजी कंपनियों ने अंतरिक्ष में बड़ा कदम रखा है। स्पेसएक्स ने आज बुधवार को जापान और अमेरिका की कंपनियों द्वारा बनाए गए दो लूनर लैंडर्स की जोड़ी को लॉन्च किया। चंद्रमा पर अमेरिकी कंपनी फायर फ्लाई के यान नाम ब्लू घोस्ट है। जबकि जापानी कंपनी के यान का नाम आईस्पेस है। दोनों यान अलग-अलग मार्ग से चांद पर पहुंचेंगे। दोनों लैंडर्स को रॉकेट नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर से लॉन्च किया। ये लैंडर्स चांद पर जाने वाले निजी अंतरिक्ष यान हैं। दोनों यान च्रदंमा पर कई तरह के प्रयोग करेगे।
आपको बता दें फायर फ्लाई एयरोस्पेस चंद्रमा पर पहली बार यान भेजने वाली कंपनी नासा के लिए 10 एक्सपेरिमेंट कर रही है। नासा के विज्ञान मिशन चीफ निकी फॉक्स ने कहा यदि दोनों अंतरिक्ष यान सफलतापूर्वक लैंडिंग कर लेते हैं, तो वे दो सप्ताह तक निरंतर दिन के उजाले में काम करेंगे और अंधेरा होते ही बंद हो जाएंगे।
मार्च की शुरुआत में अमेरिकी कंपनी फायरफ्लाई का ब्लू घोस्ट चंद्रमा पर पहुंचेगा। इसका नाम अमेरिका के दक्षिण पूर्वी फायरफ्लाइज की एक प्रजाति के नाम पर रखा गया है। छह फुट छह इंच (2 मीटर) लंबा यह लैंडर मार्च की शुरुआत में चंद्रमा के उत्तरी अक्षांश में स्थित ज्वालामुखीय मैदान मैरे क्रिसियम में लैंड होगा। जापान की कंपनी द्वारा तैयार किया गया लैंडर आईस्पेस को चांद पर पहुंचने में चार से पांच महीने लग सकते हैं। मई के अंत या जून के आरम्भ में चंद्रमा के निकटवर्ती भाग नॉर्थ में मैरे फ्रिगोरिस पर लैंड करेगा । आईस्पेस लैंडर का नाम रेजिलिएंस भी है। आईस्पेस का यह दूसरा प्रयास है। दो साल पहले कंपनी का पहला लैंडर चंद्रमा पर हादसे का शिकार हो गया था।
आपको बता दें नासा ने फायरफ्लाई को इस मिशन के लिए 101 मिलियन डॉलर और प्रयोगों के लिए 44 मिलियन डॉलर की मदद की है। जबकि आईस्पेस के सीईओ हाकामाडा ने 6 प्रयोगों के साथ रिबूट किए गए मिशन की लागत का खुलासा करने से साफ मना कर दिया।
Created On :   15 Jan 2025 2:31 PM IST