अफगानिस्तान से अमेरिका के बाहर निकलने के बीच तालिबान के खिलाफ पंजशीर का भड़का विद्रोह

Panjshir insurgency flares up against Taliban amid US exit from Afghanistan
अफगानिस्तान से अमेरिका के बाहर निकलने के बीच तालिबान के खिलाफ पंजशीर का भड़का विद्रोह
Afghanistan अफगानिस्तान से अमेरिका के बाहर निकलने के बीच तालिबान के खिलाफ पंजशीर का भड़का विद्रोह
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डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना के बाहर निकलने पर तालिबान हवा में गोलियां चलाकर जश्न मना रहा है, जबकि एक अकेला तालिबान विरोधी प्रांत पंजशीर क्षेत्र के पहाड़ों में मजबूती से खड़ा है। इसका नेतृत्व अहमद मसूद कर रहे हैं जो महान प्रतिरोध नेता अहमद शाह मसूद के बेटे हैं। अहमद शाह मसूद ने सोवियत और तालिबान बलों के सामने पहाड़ जैसी मुसीबत खड़ी कर दी थीं।

कनिष्ठ मसूद के साथ कंधे से कंधा मिलाकर पहले उपाध्यक्ष और अब कार्यवाहक अध्यक्ष अमरुल्ला सालेह हैं। अफगान सेना के हजारों सैनिक और कमांडर दोनों नेताओं में शामिल हो गए हैं, जो जरूरत पड़ने पर अंतिम फैसला करने के लिए तैयार हैं। मसूद ने कहा, यह युद्ध हम पर एक ऐसे समूह द्वारा थोपा गया है जो कई देशों पर निर्भर है और एक स्वतंत्र राष्ट्रीय आंदोलन नहीं है। मसूद ने फॉरेन पॉलिसी (एफपी) पत्रिका को बताया, अगर तालिबान सभी के साथ सत्ता साझा करना चाहता है और न्याय स्थापित करने और पूरे अफगानिस्तान को समान अधिकार और स्वतंत्रता देने के लिए तैयार है, तो मैं पद छोड़ दूंगा और राजनीति छोड़ दूंगा।

मसूद ने जोर देकर कहा कि यदि तालिबान के साथ वार्ता विफल हो जाती है, तो उत्तरी गठबंधन के पास तालिबान से लड़ने के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा। दोनों समूहों की पहली सीधी बातचीत पिछले हफ्ते हुई थी और यह तय किया गया था कि दूसरे दौर की बातचीत तक पक्ष एक-दूसरे पर हमला नहीं करेंगे। लेकिन मसूद ने तालिबान पर संघर्ष विराम का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है। यह भी बताया गया कि तालिबान ने प्रबधंकों (प्रोवाइडर) से घाटी में मोबाइल और इंटरनेट सेवाओं को बंद करने के लिए कहा है। सोमवार को तालिबान और उत्तरी गठबंधन के रेजिस्टेंस फोर्स के बीच भीषण लड़ाई की खबरें आई थीं।

अफगान पत्रकार बिलावल सरवरी ने अपने ट्विटर पोस्ट में कहा कि परवान प्रांत के जाबुल सिराज में लड़ाई की खबरें हैं, जहां हताहत और मौत की सूचना मिली है। फोन और इंटरनेट सेवाएं भी रुक-रुक कर चल रही थीं। अफगान सूत्रों के अनुसार, सोमवार की लड़ाई पंजशीर के बाहरी इलाके में तेज हो गई। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट शेयर करने वाले दोनों पक्षों के दावे और प्रतिदावे हैं। उत्तर गठबंधन के एक समर्थक ने कहा कि रेजिस्टेंस फोर्स ने 85 तालिबान लड़ाकों को मार गिराया है। बदले में तालिबान समर्थकों ने अपने लड़ाकों की जीत की तस्वीरें पोस्ट की हैं। इसमें कहा गया है, पंजशीर पर हमले का नेतृत्व तालिबान के एक प्रसिद्ध सैन्य कमांडर कारी फसीहुद्दीन कर रहे हैं।

इस बीच, उत्तरी गठबंधन के नेता अमरुल्ला सालेह ने कहा है, पंजशीर मुख्यालय प्रतिरोध पंजशीर के लिए नहीं बल्कि पूरे देश के लिए है। अफगान राष्ट्रीय ध्वज पूरे मस्तूल में है और सरकारी भवनों में फहराया जाता है। हमारा प्रतिरोध अधिकारों और मूल्यों के लिए है। गैर-तालिब अफगान राजनीतिक, भावनात्मक और भावनात्मक रूप से प्रतिरोध के साथ हैं।

काबुल की राजधानी 15 अगस्त को तालिबान के हाथों में चली गई। आफगानिस्तान में आजादी का जश्न तब मनाया गया जब सोमवार मध्यरात्रि को अंतिम अमेरिकी सैनिक के साथ देश छोड़ गये। जब अमेरिकियों ने उड़ान भरी, तो पंजशीर में प्रतिरोध आंदोलन ने अपनी जड़ें जमा ली हैं। मसूद ने दोहराया, प्रतिरोध का उद्देश्य गृहयुद्ध शुरू करना नहीं है। तालिबान को सभी के साथ सत्ता साझा करनी चाहिए, न्याय स्थापित करना चाहिए, देश के लोगों को समानता और स्वतंत्रता प्रदान करनी चाहिए। अन्य सभी विकल्प अस्वीकार्य हैं। मसूद ने यह भी कहा कि उन्हें विदेशों से कोई विदेशी वित्तीय सहायता नहीं मिली। हालांकि इस क्षेत्र के कई देशों ने कथित तौर पर तालिबान का पक्ष लिया है।

(यह आलेख इंडिया नैरेटिव डॉट कॉम के साथ एक सहयोग के तहत लिया गया है)

--इंडिया नैरेटिव

आईएएनएस

Created On :   1 Sept 2021 3:30 PM IST

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