हमास-इजरायल युद्ध: युद्ध के 9 महीने बाद गाजा पट्टी में मिले 5 इजरायली नागरिकों के शव, मचा हड़कंप
- गाजा पट्टी में मिले 5 इजरायली नागरिकों के शव
- इजरायली सेना ने शवों को भेजा अपने देश
- हमास-इजरायल के बीच जारी है जंग
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इजरायल हमास की तबाही में शवों की बरामदगी 9 महीने बाद हुई है। 7 अक्टूबर को हुए हमास के हमले में दक्षिण इजरायल की सेना ने हमले में मारे गए पांच इजरायली नागरिकों के शव बरामद किए हैं। इन सभी शवों को गाजा पट्टी से वापस इजरायल भेज दिया गया है। इजरायली सेना ने जानकारी दी है कि शवों मे माया गोरेन के साथ-साथ सैनिक टोमर अहिमास और किरिल ब्रोडस्की के शव भी बरामद हुए थे। इसके अलावा रविद आर्येह काट्ज और ओरेन गोल्डिन (मिलिट्री रिजर्विस्ट) के शवों को भी बचाव अभियान के बाद इजरायल वापस भेज दिया गया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायल सेना और इजरायली समूह के एक अभियान 'बंधक और लापता परिवार फोरम' के तहत इन पांचों को पहले ही मृत घोषित कर दिया था। इस वक्त सेना ने दावा किया था कि वे सभी 7 अक्टूबर को फिलिस्तीनी आतंकवादियों द्वारा मारे गए थे। इजरायली आंकड़ों के मुताबिक, इस दिन हमास आतंकवादियों के हमले में 1,197 लोगों की मौत हुई थी। इस हमले में ज्यादातर इजरायली नागरिक मारे गए थे।
आतंकियों ने बनाया इतने लोगों को बंधक
इस हमले में हमास के आतंकियों ने इजरायल के 251 बंधको को किडनैप किया था। जिसमें से 111 अभी गाजा में ही हैं। सेना का कहना है कि इनमें से 39 मर चुके हैं। इजरायल और गाजा के बीच का यह युद्ध पिछले नौ महिने से जारी है। सेना ने युद्ध के बाद गाजा पट्टी के दक्षिण में मुख्य शहर खान यूनिस में एक अभियान के दौरान बुधवार को शव बरामद किया।
रक्षा मंत्री ने दिया बयान
इजरायल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट हाल ही में एक बड़ा बयान दिया। जिसमें उन्होंने मिशन की प्रशंसा करते हुए कहा कि सेना हमास के पराजय तक लड़ती रहेगी। साथ ही, हम हर हालत में बंधकों को घर वापस लाएंगे। सेना ने सभी शवों की बरामदगी हमले के कुछ दिनों बाद की है। इजरायल ने कहा कि वह क्षेत्र में महीनों तक चली भीषण लड़ाई के बाद अप्रैल में शहर से सैनिकों को वापस बुला लिया था।
गाजा पट्टी के रह रहे लोग हुए परेशान
बता दें कि, हमास और इजरायल के बीच बीते 10 महीनों से युद्ध जारी है। जिसमें कम से कम 39,090 फिलिस्तीन के लोग मारे गए हैं। इसके अलावा 90,147 अन्य लोग घायल हुए हैं। युद्ध शुरू होने के बाद दोनों देशों के बीच कई दौर की बातचीत हो चुकी है। इस दौरान दोनों देशों के बीच पूर्ण युद्धविराम और बंधकों की रिहाई का समझौता विफल रहा। यूएनआरडब्ल्यूए ने बुधवार को कहा कि गाजा पट्टी में रह रहे लोग लगातार विस्थापित हो रहे हैं।
Created On :   25 July 2024 11:13 PM IST