पीएम मोदी के अमेरिकी दौरे से पहले तिलमिलाया ड्रैगन, भारत को दी चेतावनी, अमेरिका को बताया स्वार्थी
- अपने फायदे के लिए भारत का इस्तेमाल कर रहा अमेरिका
- भारत को विकास के लिए चीन के साथ संबंध मजबूत करना होंगे
- भारत इम्पोर्ट के लिए चीन पर निर्भर
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी अमेरिकी के पहले राजकीय दौरे के लिए रवाना हो गए हैं। वह अमेरिका में 4 दिन रुकेंगे और कई महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। पीएम मोदी का अमेरिका दौरे ऐसे समय पर हो रहा है जब चीन से न भारत के और न ही अमेरिका के रिश्ते अच्छे चल रहे हैं। यही वजह है कि चीन को भारत का अमेरिकी दौरा फूटी आंख नहीं सुहा रहा है। इस बीच चीन ने इसे लेकर अपनी तिलमिलाहट जाहिर की है। चीन के पूर्व विदेश मंत्री और शीर्ष कूटनीतिज्ञ वांग यी ने पीएम मोदी के अमेरिकी दौरे पर ग्लोबल टाइम्स अखबार में एक आर्टिकल लिखा है। इसमें उन्होंने लिखा कि 'अमेरिका भारत के साथ अपने व्यापारिक संबंधों को मजबूत करके चीन के आर्थिक विकास को रोककर खुद आगे बढ़ना चाहता है। लेकिन उसका ये प्लान फेल हो जाएगा क्योंकि ग्लोबल सप्लाई के मामले में चीन भारत या दुनिया के अन्य किसी भी देश से कहीं आगे है।'
अमेरिका खेल रहा स्वार्थी खेल
वांग यी ने लिखा, 'अमेरिका चीन को रोकने के लिए ये स्वार्थी खेल खेल रहा है और इसके लिए वह भारत का इस्तेमाल कर रहा है। भारत को जरुरत है कि वह अमेरिका के इस जियोपॉलिटिकल जोड़-तोड़ का हिस्सा न बने। अगर भारत को विकास करना है तो उसे चीन के साथ व्यापारिक और आर्थिक संबंध बढ़ाना चाहिए।' उन्होंने कहा कि, 'भले ही भारत में लगातार अमेरिकी कंपनियों का निवेश बढ़ा है लेकिन एप्पल जैसी बड़ी कंपनियों को अब चीन से अलग करना मुमकिन नहीं है।'
भारत में बिजनेस एन्वायर्नमेंट और इंडस्ट्री सप्लाई चैन की दिक्कत
वांग यी के अनुसार, 'भारत की बाजार क्षमता अच्छी है लेकिन बिजनेस एन्वायर्नमेंट और इंडस्ट्री सप्लाई चेन सही न होने की वजह से वह उम्मीद के मुताबिक ग्रोथ नहीं कर पा रहा।' उन्होंने कहा, 'अमेरिका के साथ भारत के व्यापार का असर चीन के साथ उसके व्यापार पर नहीं पड़ेगा। क्योंकि भारत जितना ज्यादा अमेरिका को एक्सपोर्ट करेगा उतना ज्यादा उसे चीन से इम्पोर्ट करने की जरूरत पड़ेगी।'
उन्होंने आंकड़े शेयर करते हुए बताया कि, 'बीते वित्तीय वर्ष में भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक सहयोग जरूर बढ़ा है, लेकिन इस दौरान भारत का चीन से इम्पोर्ट भी बढ़ा है।'
वांग यी के मुताबिक, 'अप्रैल 2022 से मार्च 2023 तक वित्तीय वर्ष में अमेरिका भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक सहयोगी बन गया है। जहां 2022-23 वित्तीय वर्ष में भारत का अमेरिका को निर्यात बढ़ा है, यह 2.81% बढ़कर 78.31 अरब डॉलर पर पहुंच गया है। वहीं इस दौरान चीन से भारत का इम्पोर्ट भी बढ़ गया है। यह 4.16% बढ़कर 98.51 अरब डॉलर पर पहुंच गया है।'
4 दिन के राजकीय दौरे पर हैं पीएम मोदी
पीएम नरेंद्र मोदी अमेरिका के अपने पहले राजकीय दौरे के लिए रवाना हो गए हैं। उनका यह 4 दिवसीय दौरा 24 जून को खत्म होगा। इस दौरे में पीएम 10 प्रोग्राम में हिस्सा लेंगे। इस दौरान वह पहले ऐसे भारतीय प्रधानमंत्री बनेंगे जो अमेरिकी संसद को दूसरी बार संबोधित करेंगे। इसके अलावा पीएम मोदी व्हाइट हाउस में होने वाले स्टेट डिनर में हिस्सा लेंगे जो कि अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने उनके सम्मान में आयोजित कराया है।
Created On :   20 Jun 2023 7:25 PM IST