अरुणाचल विवाद पर यूएस: अमेरिका ने भारत के पक्ष में खुलकर रखी बात, अरुणाचल प्रदेश पर चीन के दावे को किया खारिज, बताया भारत का हिस्सा
- भारत-चीन सीमा विवाद पर यूएस का समर्थन
- अमेरिका ने साफ किया अपना रूख
- अरुणाचल पर चीन के दावे को किया खारिज
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अरुणाचल प्रदेश पर कब्जा करने की कोशिश में लगे चीन को अमेरिका की तरफ से जोरदार झटका लगा है। भारत और चीन के बीच चल रहे सीमा विवाद पर अमेरिका ने भारता का समर्थन करते हुए अरुणाचल प्रदेश को भारत का अभिन्न हिस्सा माना और चीन के दावे को सिरे से खारिज कर दिया है। विदेश विभाग के अमेरिकी अधिकारी ने साफ-साफ कह दिया कि वास्तविक नियंत्रण रेखा पर पर सेना या किसी नागरिक की तरफ से की गई किसी भी तरह की घुसपैठ या अतिक्रमण के दावे की कड़ी निंदा करते हैं। इसके अलावा अमेरिका ने अरुणाचल प्रदेश को भारत का अभिन्न हिस्सा बताया।
न्यूज कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए अमेरिका के विदेश विभाग के उप-प्रवक्ता वेदांत पटेल ने कहा कि अमेरिका अरुणाचल प्रदेश को भारत का हिस्सा मानता है। हम लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर सेना या किसी नागरिक द्वारा किसी तरह की घुसपैठ या अतिक्रमण के दावे की कड़ी निंदा करते हैं। चीन के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल झांग जियाओगांग ने हाल में ही बयान दिया था कि बीजिंग जंगनान पर भारत के अवैध रूप से कब्जे का पुरजोर विरोध करता है। दरअसल, चीन अरुणाचल प्रदेश के लिए जांगनान नाम का इस्तेमाल करता है। चीन के इस बयान पर विरोध जताते हुए भारत ने अरुणाचल प्रदेश को भारत का अभिन्न हिस्सा बताया था। इसी विवाद को लेकर अब अमेरिका ने चीन की निंदा करते हुए भारत को सर्पोट किया है।
पीएम मोदी के अरुणाचल दौरे पर विरोध
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 मार्च को अरुणाचल प्रदेश के दौरे पर गए थे जहां उन्होंने कई परियोजनाओं का उद्घाटन भी किया था। पीएम मोदी के इस दौरे पर चीन ने राजनयिक विरोध जताया था। चीन के विदेश मंत्रालय ने पीएम मोदी की तरफ से की गई परियोजनाओं की घोषणाओं पर आपत्ति जताते हुए कहा था कि भारत को चीन के जंगनान को डेवलेप करने का कोई अधिकार नहीं है। इसके अलावा चीनी विदेश मंत्रालय ने ऐसे में भारत-चीन सीमा विवाद बढ़ने की भी धमकी दी थी। आपको बता दें कि यह पहली बार नहीं है, इससे पहले भी चीन ने अरुणाचल प्रदेश में भारतीय नेताओं के दौरे पर आपत्ति जताई है।
भारत ने दिया था कड़ा जवाब
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अरुणाचल दौरे पर चीन की आपत्ति का भारत ने विरोध करते हुए कड़ी आपत्ति दर्ज करवाई थी। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने अरुणाचल प्रदेश पर चीन के दावे को बेतुका बताते हुए खारिज कर दिया था। उन्होंने कहा था, "भारत का अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा था, है और हमेशा रहेगा। ...इस संबंध में आधारहीन तर्क दोहराने से ऐसे दावों को कोई वैधता नहीं मिलती है। अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा था, है और हमेशा रहेगा। अरुणाचल के लोग भारत सरकार के विकास कार्यक्रमों और बुनियादी ढांचा परियोजनाओं से लाभान्वित होते रहेंगे।"
Created On :   21 March 2024 11:45 AM IST