भारत में हॉकी के क्षेत्र में सुधार की जरूरत
- खेलों में महाशक्ति बनाने के लिए भारत में खेल साक्षरता में सुधार का सुझाव दिया
डिजिटल डेस्क, गाजियाबाद। पूर्व ओलंपियन अशोक ध्यानचंद ने देश को खेलों में महाशक्ति बनाने के लिए भारत में खेल साक्षरता में सुधार का सुझाव दिया है।
यहां इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट टेक्नोलॉजी (आईएमटी), गाजियाबाद में डॉ. कनिष्क पांडे को मेजर ध्यानचंद खेल प्रेरक सम्मान प्रदान करते हुए अशोक ध्यानचंद ने शुक्रवार को कहा, एक अध्ययन के अनुसार, भारत में खेल साक्षरता या खेलों में गतिविधि की दर केवल 5 प्रतिशत है। यदि भारत को खेलों में महाशक्ति बनना है, तो जनसंख्या के एक बहुत बड़े प्रतिशत को खेलों में शामिल करना होगा।
उन्होंने आगे कहा, हालांकि खिलाड़ियों और कोचों का महत्व निर्विवाद है, समय की आवश्यकता है कि लोगों को खेलों के लिए प्रेरित करने वालों को पहचानें और उन्हें महत्व दें। खिलाड़ियों और कोचों को बहुत पहचान मिल रही है और उन्हें कई पुरस्कार भी दिए जाते हैं, लेकिन जो लोगों को खेल खेलने के लिए प्रभावित कर रहे हैं और इस दिशा में काम कर रहे हैं, वे भी सम्मान और पुरस्कार के पात्र हैं।
ध्यानचंद हीरोज क्लब के 100वें स्थापना वर्ष में प्रत्येक वर्ष मेजर ध्यानचंद खेल प्रेरक सम्मान देने का निर्णय लिया गया है।
इस अवसर पर आईएमटी गाजियाबाद के निदेशक डॉ. विशाल तलवार ने कहा, यह संस्थान के लिए एक बड़ा सम्मान है कि डॉ कनिष्क पांडे को यह प्रतिष्ठित पुरस्कार मिला है। आईआईएम इस पुरस्कार के लिए ध्यानचंद हीरोज क्लब का आभारी है।
इस कार्यक्रम में अशोक ध्यानचंद के साथ चार अन्य अर्जुन पुरस्कार विजेता विनीत कुमार, रोमियो जेम्स, अरविंद छावड़ा और अशोक दीवान भी मौजूद रहे।
(आईएएनएस)
Created On :   22 April 2022 9:00 PM IST