अमेरिका की प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी से सम्मान: पर्यावरण बदलाव के पर्याय के लिए व्यास को सीडरब्रुक यूनिवर्सिटी से पीएचडी सम्मान

पर्यावरण बदलाव के पर्याय के लिए व्यास को सीडरब्रुक यूनिवर्सिटी से पीएचडी सम्मान
  • सुनील व्यास को मिला पीएचडी सम्मान
  • सीडरब्रुक यूनिवर्सिटी से मिला सम्मान
  • व्यास ने चलाया "पॉलीथीन हटाओ अभियान"

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सुनील व्यास को उनके अद्वितीय पर्यावरणीय कार्यों के लिए अमेरिका की प्रतिष्ठित सीडरब्रुक यूनिवर्सिटी द्वारा Philosophy in Environment में पीएचडी से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान उनके पर्यावरण संरक्षण के प्रति गहरे समर्पण और कार्यों का प्रतीक है। व्यास ने जीवनभर यह सिद्ध किया है कि पर्यावरण के प्रति संवेदनशील दृष्टिकोण और लगातार प्रयासों से ही हम प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा कर सकते हैं।

व्यास के कार्यों में नर्मदा नदी की सफाई, घाटों की स्वच्छता और नदियों के प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए किए गए प्रभावशाली कदम शामिल हैं, जिससे प्रदेशभर में महत्वपूर्ण बदलाव लाए गए हैं। इसके अलावा, सिंगल-यूज प्लास्टिक के खिलाफ "पॉलीथीन हटाओ अभियान" को भी उन्होंने सफलतापूर्वक चलाया, जिससे राज्य में पर्यावरणीय जागरूकता और प्लास्टिक के उपयोग में कमी आई।


व्यास ने इंदौर में वृक्षारोपण कार्यक्रम में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसमें उन्होंने सक्रिय रूप से भाग लिया और लोगों को वृक्षारोपण के महत्व के बारे में जागरूक किया। वह प्रकृति मंच पर्यावरण नामक संस्था के संस्थापक हैं, जो पर्यावरण संरक्षण और जागरूकता के क्षेत्र में सक्रिय रूप से कार्य कर रही है। साथ ही, वह अभ्यास मंडल नामक एक प्रमुख सामाजिक संस्था के सक्रिय सदस्य हैं |

व्यास पर्यावरण के हर क्षेत्र में कार्य करने के लिए अग्रसर रहते हैं। उन्होंने स्कूल और कॉलेज के बच्चों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने के लिए विशेष कार्य किए। विद्यार्थियों को पर्यावरणीय कार्यक्रमों और अभियानों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया, जिससे युवा पीढ़ी में पर्यावरण के प्रति संवेदनशीलता और जिम्मेदारी का अहसास हुआ।


यह सम्मान, Philosophy in Environment में पीएचडी, उनके पर्यावरण संरक्षण के प्रति अथक प्रयासों को मान्यता प्रदान करता है और उनके कार्यों को एक वैश्विक दृष्टिकोण से सराहा जाता है। व्यास का यह मानना है कि अगर हम अपने आचार-व्यवहार और विचारों को पर्यावरण के प्रति संवेदनशील बनाए रखें, तो हम एक स्वस्थ और संतुलित भविष्य की ओर बढ़ सकते हैं। उनका जीवन और कार्य यह सिद्ध करता है कि Philosophy और पर्यावरण का संगम समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकता है।


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Created On :   1 Jan 2025 3:43 PM IST

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