भोपाल: सीएम राइज सरदार पटेल स्कूल में पढ़ाई के लिए पहली पसंद बना संस्कृत विषय, प्रवेश लेने वालों की संख्या बढ़ी
- वर्तमान में यहां कक्षा 11-12वीं मेें 20 बच्चे अध्ययनरत, रिजल्ट 100 फीसदी
- शिक्षक संस्कृत विषय पढ़ने से क्या लाभ होगा इसकी देते हैं जानकारी
- संस्कृत विषय पढ़ने वाले छात्रों की बढ़ रही संख्या
डिजिटल डेस्क, भोपाल। अमूमन देखा गया है कि संस्कृत विषय को लेकर बच्चे दूर ही भागते रहे हैं, और दूसरे विषय में खास रुचि रखने लगे हैं, जिसमें उन्हें अपना करियर सुरक्षित नजर आता है। बहुतायात विद्यार्थियों की पंसद इंजीनियरिंग डॉक्टर, शिक्षक बनने की होती है। लेकिन राजधानी भोपाल में शासकीय उच्चतर माध्यमिक सीएम राइज सरदार पटेल स्कूल शासकीय उच्चतर माध्यमिक सीएम राइज सरदार पटेल करोद स्कूल ऐसा हैं जहां बच्चों की पसंद संस्कृत पढ़ने में ज्यादा रूचि है तथा वे इसमें अपना कैरियर बनाना चाहते है। इस स्कूल में 11-12वीं कभी एक बच्चा संस्कृत विषय नहीं पढ़ रहा था आज इस स्कूल में वर्तमान में 11वीं में 15 तथा 12वीं में 5 बच्चे संस्कृत विषय में तामील हासिल कर रहे है। बता दें कि पूरे प्रदेश भर में संस्कृत विषय चुनने में बच्चे न बराबर है।
दरअसल संस्कृत विषय में बच्चों को आकर्षित करने के लिये भोपाल के शासकीय उच्चतर माध्यमिक सीएम राइज सरदार पटेल स्कूल करोद में संस्कृत की शिक्षिका सुषमा पांडे तथा प्राचार्य संगीता अग्रवाल के संयुक्त प्रयास से संभव हुआ है।
संस्कृत की टीचर सुषमा पांडे ने बताया कि पदस्थापना के पूर्व कक्षा 11-12वीं में एक भी बच्चा संस्कृत विषय में पढ़ने में रूचि नहीं लेता था। ऐसे में यहां वर्ष 2019 में पदस्थाना होकर आई संस्कृत की शिक्षिका सुषमा पांडे ने देखा कि यहां केवल कक्षा 9वीं एवं 10 तक की संस्कृत विषय को पढ़ाया जा रहा है। जबकि कक्षा 11वीं 12वीं में इस विषय को लेकर एक भी बच्चा संस्कृत विषय में नहीं पढ़ रहा था। बच्चों को संस्कृत विषय पढ़ने से क्या लाभ होगा इसके बारे में बच्चों को जानकारी दी।
इनका कहना है
बच्चों को संस्कृत विषय के विषय को लेकर उनका ज्ञानार्जन किया। उन्हें बताया गया कि ज्योतिशशास्त्र, वास्तु विशेषज्ञ, ज्योति आयुर्वेदिक और भी बहुत सारी चीजों में बच्चे एक्सपर्ट बन सकते है। तब कहीं जाकर आज बच्चे संस्कृत विषय में पढ़ाई करने के लिये आतुर है।
संगीता अग्रवाल, प्राचार्य, उमा सीएम राइज सरदार पटेल स्कूल, भोपाल
बच्चों की जुबानी
अशुल शाक्या : संस्कृत विषय पढ़कर आज मैं बहुत खुश हूं। प्रिंसिपल संगीता अग्रवाल ने संस्कृत तथा वास्तु शास्त्र के भी लाभ बताएं जो आगे मुझे मेरे केरियर बनाने में सहायता करेगा। मैं उन्हें धन्यवाद देना चाहती हूं।
सोनिका धाकड़ : मैं कक्षा ग्यारहवी में पढ़ती हूँं। सुषमा पांडे मैडम ने समझाया की संस्कृति से अपने सारे वेद पुराणों को पढ़ सकते हैं और संस्कृत सारी भाषाओं की जननी है। संस्कृत में अच्छा करियर कर भी बना सकते है। संस्कृत पढ़ने में काफी मजा आ रहा है।
नन्दनी उपाध्याय : संस्कृत सब्जेक्ट को लेकर हम बच्चों को मैडम लोगों ने इसके फायदे के बारे में समझाया और इसके कारण मैंने संस्कृत विषय लिया। मैं संस्कृत विषय लेना भी चाहती थी और आज मेरी पढ़ाई बहुत अच्छी चल रही है। और मैं यह सब्जेक्ट लेकर खुश हूं।
गगन कुशवाहा : मैं कक्षा 12 वीं का छात्र हूं। मैंने 11वीं कक्षा में संस्कृत विषय लेकर पढ़ाई की जिसमें मेरे अच्छे अंक आये हैं। आगे भी में यही सब्जेक्ट पर फोकस करूंगा। संस्कृत पढक़र बहुत खुश हूं।
करन अहिरवार : मैं कक्षा 12 वीं का छात्र हूँं। मैंने अपनी 10वीं तक की शिक्षा पूर्व विद्यालय से पूर्ण की थी। इस स्कूल में कक्षा 11 में प्रवेश किया था तो हमारे प्रवेश के कुछ दिनों बाद ही यहां प्राचार्य अग्रवाल तथा सुषमा मेम के सहयोग के कारण संस्कृत विषय पढ़़ने का मौका प्राप्त हुआ।
Created On :   12 Sept 2023 5:05 PM GMT