कोरोना संक्रमण को देखते हुए CBSE 12वीं की परीक्षा कैंसिल, किस आधार पर छात्रों के परीक्षा परिणाम तय किए जाएंगे?
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डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सीबीएसई 12वीं की परीक्षा को कैंसिल कर दिया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को इसे लेकर मीटिंग की जिसमें ये फैसला लिया गया हैं। इसमें CBSE के चेयरमैन, शिक्षा मंत्रालय के सेक्रेटरी के अलावा केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह और प्रकाश जावड़ेकर शामिल हुए। मीटिंग के दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि अभी छात्रों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता में है। ऐसे माहौल में उन्हें परीक्षा का तनाव देना ठीक नहीं है। हम उनकी जान खतरे में नहीं डाल सकते।
बैठक में फैसला लिया गया है कि 12वीं कक्षा के नतीजे समयबद्ध तरीके से एक अच्छी तरह से परिभाषित उद्देश्य मानदंड के अनुसार बनाए जाएंगे। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, मंत्रियों, राज्यों और छात्रों के परामर्श के बाद, पीएम मोदी ने आज युवाओं के स्वास्थ्य और भविष्य की सुरक्षा के लिए बारहवीं कक्षा की सीबीएसई बोर्ड परीक्षा रद्द करने की घोषणा की। यह एक अच्छा फैसला है और नई पीढ़ी के लिए एक बड़ा कदम।
सीबीएसई कक्षा 12 बोर्ड परीक्षा रद्द करने पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, मुझे खुशी है कि 12वीं की परीक्षा रद्द कर दी गई है। हम सभी अपने बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर बहुत चिंतित थे। एक बड़ी राहत। वहीं शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा, हम फैसले का स्वागत करते हैं। यह फैसला छात्रों और शिक्षकों के पक्ष में है। मुझे बहुत ख़ुशी है कि देश के 1.5 करोड़ बच्चों की 12वीं की अंतहीन होती क्लास आख़िरकार अब ख़त्म होगी। परीक्षा कराने की ज़िद बच्चों की सुरक्षा पर बहुत भारी पड़ रही थी।
सीबीएसई ने 14 अप्रैल को कोरोनोवायरस के मामलों में वृद्धि को देखते हुए कक्षा 10 की परीक्षा रद्द करने और कक्षा 12 की परीक्षा स्थगित करने की घोषणा की थी। शिक्षा मंत्रालय ने हाल ही में इस मुद्दे पर हुई एक उच्च स्तरीय बैठक में चर्चा किए गए प्रस्तावों पर राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से विस्तृत सुझाव मांगे थे। वहीं सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को सूचित किया था, जो परीक्षा रद्द करने की मांग वाली याचिका पर सुनवाई कर रही है, वह 3 जून तक अंतिम निर्णय लेगी।
सीबीएसई बोर्ड ने पिछले सप्ताह हुई केंद्रीय मंत्रियों की बैठक में परीक्षा आयोजित करने के दो विकल्प सुझाए थे। पहला विकल्प था सभी विषयों की परीक्षा घटे हुए एग्जाम पैटर्न पर आयोजित करना, और दूसरा विकल्प था केवल महत्वपूर्ण विषयों की परीक्षा आयोजित करना। इस बैठक में दिल्ली के शिक्षामंत्री मनीष सिसोदिया ने परीक्षाएं रद्द कर छात्रों को इंटरनल मार्किंग के आधार पर पास करने का भी विकल्प रखा था।
Created On :   1 Jun 2021 6:43 PM IST