सिवनी: मेडिकल कॉलेज को मान्यता न मिलने के चलते इसी साल से पढ़ाई प्रारंभ होने को लेकर मंडराया खतरा

मेडिकल कॉलेज को मान्यता न मिलने के चलते इसी साल से पढ़ाई प्रारंभ होने को लेकर मंडराया खतरा
  • फैकल्टी कम होने से एनएमसी ने किया है इंकार
  • नए सिरे से करनी होगी कवायद
  • डीन पहुंचे भोपाल

डिजिटल डेस्क,, सिवनी। 328 करोड़ रुपए की भारी भरकम लागत से तैयार किए गए सिवनी मेडिकल कॉलेज में इसी साल से पढ़ाई प्रारंभ होने को लेकर खतरा मंडरा गया है। नेशनल मेडिकल काउंसिल (एनएमसी) ने सिवनी मेडिकल कॉलेज को मान्यता देने से इंकार कर दिया है। इसके पीछे पर्याप्त फैकल्टी न होने को कारण बताया गया है। मान्यता प्रदान करने के लिए नेशनल मेडिकल काउंसिल द्वारा पिछले माह ही टीम भेज कर सिवनी मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण कराया गया था। सिवनी मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की 150 सीटों के लिए मान्यता मांगी गई थी। अब पर्याप्त फैकल्टी न होने के कारण मान्यता देने से किए गए इंकार के बाद आनन-फानन में नए सिरे से कवायद प्रारंभ कर दी गई है। जानकारी के अनुसार सिवनी मेडिकल कॉलेज के लिए अब 100 सीटों की मान्यता प्राप्त करने के प्रयासों में प्रदेश शासन के निर्देश पर अधिकारी जुट गए हैं। इसके लिए मेडिकल कॉलेेज के डीन डॉ. परवेज अहमद सिद्दीकी भी सिवनी से भोपाल पहुंच गए हैं।

बढ़ाना पड़ेगी फैकल्टी

सिवनी मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस प्रथम वर्ष के छात्रों के अध्यापन के लिए लगभग 40 पदों पर नियुक्तियां की जा चुकी हैं। 40 पदों को भरकर 150 सीटों के लिए नेशनल मेडिकल काउंसिल से मान्यता मांगी गई थी। इसके लिए नेशनल मेडिकल काउंसिल की दो सदस्यीय टीम ने पिछले माह 24 जून को ही सिवनी आकर निरीक्षण किया था। जानकारी के अनुसार नेशनल मेडिकल काउंसिल ने 150 एमबीबीएस सीटों की मान्यता के लिए अब कम से कम 115 फैकल्टी अनिवार्य कर दिया गया है, जिसके चलते मान्यता नहीं मिल पाई है। 40 फैकल्टी से सौ सीटों की मान्यता मिलना भी मुश्किल बताया जा रहा है। इसके लिए प्रदेश शासन को सिवनी मेडिकल कॉलेज में 30 से 40 पदों पर और नियुक्ति करना होगी। हालांकि भोपाल स्तर पर इसकी कवायद शुरू कर दिए जाने की जानकारी मिली है।

सिवनी सहित दो अन्य मेडिकल भी शामिल

नेशनल मेडिकल काउंसिल ने फैकल्टी कम होने के कारण प्रदेश के नए प्रारंभ होने जा रहे तीन मेडिकल कॉलेजों को मान्यता देने से इंकार किया है। इनमें सिवनी के साथ ही मंदसौर व नीमच का मेडिकल कॉलेज भी शामिल है। मंदसौर व नीमच में तो वर्तमान में निर्माण कार्य भी जारी है, लेकिन सिवनी में ऐसी स्थिति नहीं है और मेडिकल कॉलेज बिल्डिंग सहित अन्य आवश्यक निर्माण कार्य पूर्ण किए जा चुके हैं। 8-8 मंजिला गल्र्स व ब्वायज हॉस्टल, 8 मंजिला यूजी हॉस्टल, डीन बंगला, लेक्चरर रूम, लाइब्रेरी, खेल परिसर व कॉमर्शियल सेंटर का काम पहले ही पूर्ण कर लिया गया है। मेडिकल परिसर में बैंक, पोस्ट ऑफिस, जनरल स्टोर, एटीएम आदि की सुविधा भी रहेगी।

700 करोड़ से तैयार होगा सेकेण्ड फेज

जानकारी के अनुसार तमाम इक्यूपमेंट्स सहित 328 करोड़ की कुल लागत से सिवनी मेडिकल कॉलेज के फेज-1 का काम कराया गया है, ताकि यहां एमबीबीएस का अध्यापन प्रारंभ कराया जा सके। फेज-1 की पूरी राशि प्रदेश शासन द्वारा प्रदान की गई है। इसमें केन्द्र सरकार का सहयोग नहीं लिया गया है। हालांकि फेज-2 में केन्द्र सरकार द्वारा राशि जारी किए जाने की बात कही जा रही है। सिवनी मेडिकल में उपचार फेज-2 का काम पूर्ण होने के बाद ही प्रारंभ हो सकेगा। फेज-2 अंतर्गत 700 करोड़ की लागत से मेडिकल कॉलेज के अस्पताल सहित अन्य कार्य कराए जाएंगे। जानकारी के अनुसार इसके लिए प्रदेश शासन द्वारा अभी प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान नहीं की गई है।

इनका कहना है-

फैकल्टी कम होने के कारण नेशनल मेडिकल काउंसिल ने मान्यता देने से इंकार किया है। मान्यता के लिए नए सिरे से कवायद प्रारंभ कर दी गई है। 100 सीटों की मान्यता ली जाएगी। फैकल्टी भी बढ़ाई जाएगी।

- परवेज अहमद सिद्दिकी, डीन, मेडिकल कॉलेज, सिवनी

Created On :   10 July 2024 2:57 AM GMT

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