शिक्षा: मध्यप्रदेश के सरकारी स्कूलों में एआई तकनीक आधारित स्वयंसिद्धि बॉट का उपयोग, लाखों विद्यार्थी शिक्षा के लिये कर रहे हैं इसका उपयोग

मध्यप्रदेश के सरकारी स्कूलों में एआई तकनीक आधारित स्वयंसिद्धि बॉट का उपयोग, लाखों विद्यार्थी शिक्षा के लिये कर रहे हैं इसका उपयोग
  • मध्यप्रदेश के स्कूलों में हो रहा है एआई तकनीक का उपयोग
  • स्वयंसिद्धि बॉट का हो रहा उपयोग
  • समग्र आई.डी. का उपयोग कर बॉट पर कर सकते हैं पंजीकरण

डिजिटल डेस्क, भोपाल। प्रदेश में स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा बच्चों को घर पर भी रुचिकर पढ़ाई के साथ डिजिटल होम-लर्निंग को प्रोत्साहन देने के लिये पिछले दिनों स्वयंसिद्धि बॉट को लांच किया गया है। बॉट आधुनिक तकनीक का वह साधन है, जो एक एप की भाँति कार्य करता है। इसे किसी भी एक विशेष कार्य या गतिविधि के लिये तैयार किया जाता है। इसकी समस्त जानकारियाँ इसमें पूर्व से उपलब्ध रहती हैं। इस बॉट के माध्यम से विद्यार्थी घर बैठे स्कूल में पढ़ाई गई अवधारणाओं का अभ्यास कर दक्षता हासिल कर सकता है।

स्वयंसिद्धि बॉट एआई आधारित चेटबॉट है, जो कि स्विफ्ट चेट एप पर उपलब्ध है। यह बॉट मध्यप्रदेश के कक्षा-1 से 12 तक के विद्यार्थियों को साप्ताहिक अभ्यास प्रश्न भेजता है। इस एप में वीडियो लायब्रेरी, मेथ्स प्रेक्टिस और अन्य सुविधा उपलब्ध हैं। यह बॉट बच्चों को घर बैठने की सुविधा देने के साथ उन्हें नये आयामों से भी जोड़ता है। अभ्यास पूरा करने के बाद बच्चे को उत्तर कुंजी भी मिलती है।

इस बॉट पर रजिस्टर करना बहुत आसान है। विद्यार्थी अपनी समग्र आई.डी. का उपयोग कर बॉट पर पंजीकरण कर सकते हैं और इस पर कार्य शुरू कर सकते हैं। इस बॉट से इंटरनेट लिंक (Swayam Siddhi Bot link-https://bit.ly.swayamsiddhi) के माध्यम से भी जुड़ सकता है। अप्रैल-2023 माह में इस बॉट में कक्षा-4 से 8 तक के विद्यार्थियों के लिये स्टेट अचीवमेंट सर्वे-2023 कराया गया। इसमें 20 लाख 3 हजार से अधिक विद्यार्थियों ने प्रतिभागिता दर्ज की। कक्षा-9 के विद्यार्थियों के साथ अगस्त-2023 में स्टेट अचीवमेंट सर्वे करवाया गया, जिसमें 4 लाख एक हजार से अधिक बच्चों ने प्रतिभागिता दर्ज की। माह अक्टूबर-2023 में कक्षा-3, 5 और 9 के विद्यार्थियों के लिये अचीवमेंट सर्वे की तैयारी भी इसी बॉट के माध्यम से कराई गई। इसमें 5 लाख 73 हजार 700 से अधिक विद्यार्थियों ने भाग लिया था। स्कूल शिक्षा विभाग स्वयंसिद्धि बॉट को और अधिक लोकप्रिय बनाने के लिये प्रयास कर रहा है।

Created On :   15 March 2024 10:45 PM IST

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