कब है भानुसप्तमी, जानें सूर्यदेव की उपासना की विधि और मुहूर्त
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डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हिंदू पंचांग के अनुसार, शुक्ल और कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि को भानु सप्तमी रथ सप्तमी के नाम से जाना जाता है। फिल्हाल, फाल्गुन माह में शुक्ल पक्ष की सप्तमी आने वाली है, जो कि इस वर्ष 26 फरवरी, रविवार को है। ऐसा कहा जाता है कि, यदि यह तिथि रविवार अर्थात सूर्य का दिन पर पड़ती है तो इसे भानु सप्तमी कहा जाता है। भानु सूर्यदेव का ही दूसरा नाम है।
इस दिन सूर्यदेव की उपासना की जाती है। इस दिन किए गए पुण्यकार्य अन्य व्रत व त्योहारों की तुलना में हजार गुना ज्यादा फलदायी बताए गए हैं। ऐसी मान्यता है कि इस दिन पूरे विधि विधान के साथ सूर्य देव की पूजा करने से व्यक्ति को अपने सभी दुखों से राहत मिलती है। इस बार भानु सप्तमी को है।
पौराणिक कथा
सूर्यदेव का आरोग्यदायक देव भी कहा गया है। एक बार की बात है कि श्रीकृष्ण के पुत्र शांब ने अपने बल के अभिमान में दुर्वासा ऋषि का अपमान कर दिया। इस पर दुर्वासा ऋषि ने उसे कुष्ठ रोग श्राप दे दिया। इससे उसे अपनी गलती का एहसास हुआ। वह रोग से पीड़ित हो उठा। इस पर श्रीकृष्ण ने उसे सूर्यदेव का यह व्रत रखने और उपासना करने को कहा। शांब ने ऐसा ही किया जिससे उसे रोग से मुक्ति मिल गई। मान्यता है कि इस सप्तमी को सूर्यदेव की जो भी उपासना करता है उसे कोई भी रोग नही घेरता। तभी से इस व्रत का प्रचलन है। साथ ही पुत्र प्राप्ति के लिए भी इसका महत्व बताया गया है।
करें इन मंत्रों का जाप
ऊँ घृणि सूर्याय नम:
ऊँ सूर्याय नम:
व्रत विधि
-ब्रम्हमुहूर्त में स्नान कर सूर्यदेव को अर्घ्य देकर उनका पूजन मंत्रोच्चार के साथ करें।
-इस दिन नदी या किसी भी जलाशय में खडे़ होकर ही अर्घ्य दें।
-इस दिन स्नान करते वक्त अर्क के पौधे की सात पत्तियां भी अपने सिर पर रखने का विधान अनेक स्थानों पर है।
-इस दिन दीपदान अवश्य करें।
-लाल पुष्प, लाल चंदन, तिल, चावल, दूर्वा, विभिन्न प्रकार के 7 फल, कर्पूर, धूप इत्यादि से सूर्यदेव का पूजन करें।
-ब्राम्हणों और गरीबों को दान करें।
डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। bhaskarhindi.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (ज्योतिष/वास्तुशास्त्री/ अन्य एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें।
Created On :   25 Feb 2023 7:18 PM IST