पीएम ज्योति बीमा का क्लेम नहीं मिला मृतक की पत्नी को

The wife of the deceased did not get the claim of PM Jyoti Insurance
पीएम ज्योति बीमा का क्लेम नहीं मिला मृतक की पत्नी को
भटकाया जा रहा पॉलिसीधारक के परिजनों को पीएम ज्योति बीमा का क्लेम नहीं मिला मृतक की पत्नी को

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। मध्यमवर्गीय व गरीब परिवार के सदस्यों के लिए प्रधानमंत्री ज्योति बीमा योजना का शुभारंभ किया गया था। यह योजना करीब 8 साल से संचालित होते आ रही है। योजना के तहत बैंक खाता से न्यूनतम प्रीमियम राशि काटकर लाभ देने का प्रावधान है। नियमों के अनुसार किसी हादसे में विकलांग होने पर या फिर मृत्यु हो जाने पर नियमानुसार राशि का भुगतान किया जाना है, पर वर्तमान में लगातार शिकायतें आ रही हैं कि मृत्यु होने के बाद भी बीमा कंपनी नाॅमिनी को भुगतान नहीं कर रही है और लगातार भटकाया जा रहा है। बैंक के अधिकारी भी किसी तरह का सहयोग नहीं दे रहे हैं। आरोप है कि जिम्मेदार किसी तरह का जवाब नहीं देते हैं और सालों से लोग बीमा का क्लेम पाने के लिए लगातार भटक रहे हैं।

इन नंबरों पर बीमा से संबंधित समस्या बताएँ 

इस तरह की समस्या यदि आपके साथ भी है तो आप दैनिक भास्कर के मोबाइल नंबर -9425324184, 9425357204 पर बात करके प्रमाण सहित अपनी बात दोपहर 2 बजे से शाम 7 बजे तक रख सकते हैं। संकट की इस घड़ी में भास्कर द्वारा आपकी आवाज को खबर के माध्यम से उचित मंच तक पहुँचाने का प्रयास किया जाएगा।

चार साल बाद भी नहीं मिला भुगतान पीड़िता को

सतना जिले की शेरगंज निवासी तीजिया बाई ने अपनी शिकायत में बताया कि पति राकेश अहिरवार दिसम्बर 2019 को सड़क दुर्घटना में घायल हो गए थे। घायल को गंभीर अवस्था में अस्पताल लेकर गए और वहाँ पर उसे मृत घोषित कर दिया गया था। पति का इंडियन बैंक में खाता था और उसके अकाउंट से प्रतिवर्ष प्रधानमंत्री ज्योति बीमा योजना का प्रीमियम लगातार कट रहा था। पॉलिसी क्रमांक 900100032 के नियम के अनुसार मौत के बाद बीमा राशि नाॅमिनी को मिलनी थी। पति की सड़क हादसे में मौत होने की एफआईआर, मृत्यु प्रमाण पत्र के साथ सारे आवेदन बैंक में जमा किए थे। बैंक अधिकारियों ने कहा था कि जल्द ही बीमा का क्लेम आपके खाते में आ जाएगा। वह लगातार बैंक में संपर्क कर रही हैं, पर उसे अब तो जवाब भी नहीं दिया जा रहा है। सारे दस्तावेज जमा होने के बाद भी बैंक व बीमा कंपनी के द्वारा राहत नहीं दी जा रही है। पीड़ित पत्नी बीमा राशि पाने के लिए चार साल से लगातार भटक रही है। पीड़िता ने बीमा राशि दिलाने की गुहार प्रशासन के अधिकारियों से लगाई है, वहीं एलआईसी के द्वारा बीमित को राशि देने के नाम पर चैन्नई ऑफिस से भुगतान नहीं आने की बात करते हुए अपना पल्ला झाड़ रहे हैं। बीमा अधिकारियों से संपर्क करने का प्रयास किया गया, पर फोन रिसीव नहीं हो सका। 
 

Created On :   19 July 2022 12:19 PM GMT

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