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शहर के पॉश इलाके में गाइड लाइन से अधिक दर पर प्रॉपर्टी की बिक्री से हो रहा रेवेन्यू लॉस
डिजिटल डेस्क,छतरपुर। शहर के दो वार्डों में गाइड लाइन से अधिक दर जमीन की खरीद-फरोख्त से स्टाम्प ड्यूटी और रजिस्ट्रेशन शुल्क में लॉस से प्रशासन हरकत में आ गया है। जानकारों का कहना है कि शहर के दो वार्डों में कॉलोनाइजर प्रचलित गाइड लाइन से अधिक दर पर प्रॉपर्टी की बिक्री कर सरकारी खजाने में चूना लगा रहे हैं। प्रचलित गाइड लाइन से अधिक दरों पर बड़े पैमाने पर रजिस्ट्रियां होने की जानकारी सामने आने के बाद कलेक्टर ने मौका का निरीक्षण कर जिला मूल्यांकन समिति की मीटिंग बुलाई है।
बताया जाता है कि शहर के वार्ड-17 और 18 में जमीन के भाव के आसमान छूने के बाद भी कलेक्टर गाइड लाइन की दर कम है। इसी के चलते कॉलोनाइजर महंगे दाम पर जमीन की खरीद -फरोख्त कर मुनाफा कमा रहे हैं। यह मामला कलेक्टर के संज्ञान में आने के बाद अब जिला मूल्यांकन समिति से गाइडलाइन में वृद्धि के लिए प्रस्ताव मांगा। जिला मूल्यांकन समिति के प्रस्ताव का अनुमोदन होने के बाद दो वार्डों में नई दरें प्रभावशील हो जाएगी।
गाइड लाइन की दर अधिक रेट में हुई 250 रजिस्ट्रियां
पंजीयन विभाग की जानकारी के अनुसार वित्तीय वर्ष 2022-23 की प्रचलित गाइड लाइन से अधिक दर पर प्रॉपर्टी का सौदा होने की जानकारी सामने आई है। जिला पंजीयक ने बताया कि दो वार्डों में गाइड लाइन से अधिक दर पर 250 से अधिक रजिस्ट्रियां होने के कारण कलेक्टर ने जिला मूल्यांकन समिति से नए सिरे प्रस्ताव मांगा है। प्रचलित गाइड लाइन में प्राइम लोकेशन की जमीन की दर 2 हजार से लेकर 3 हजार प्रति वर्ग मीटर होने के बाद भी इससे अधिक दर पर पंजीयन हो रहे हैं। इसके चलते शासन को पंजीयन और मुद्रांक शुल्क की क्षति हो रही है। जिला पंजीयक ने बताया कि गाइडलाइन की दर कम होने से पंजीयन और मुद्रांक शुल्क का लॉस हो रहा है।
आखिर कैसे हो रहा नुकसान
प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री में लेनदेन अधिक दर पर अंकित होने से उस पर बैंक गारंटी, सीसी लिमिट और कर्ज अधिक मिल रहा है।
प्रचलित गाइड लाइन से दस्तावेज में अधिक दर अंकित होने के बाद भी उसी दर पर पंजीयन हो रहा है।
कॉलोनाइजर पंजीयन में अधिक दर दर्शाकर महंगे दाम पर जमीन की बिक्री कर सीधे तौर पर मुनाफा कमा रहे है, जबकि शासन को गाइड लाइन में निर्धारित दर की ही ड्यूटी मिल रही है।
अब 25 लाख के राजस्व लॉस की आशंका
मार्च माह से चालू वित्तीय वर्ष में प्रचलित गाइड लाइन से अधिक दर पर रजिस्ट्रियां होने से करीब 25 लाख के राजस्व लॉस की आशंका जताई जा रही है। पंजीयन विभाग के सूत्रों का कहना है कि कॉलोनाइजरों द्वारा बैंक गारंटी समेत ऋण के लिए अधिक दर पर रजिस्ट्रियां कराई जा रही हैं।
प्रचलित कलेक्टर गाइड लाइन से शहर के दो वार्डों में अधिक दर पर रजिस्ट्री होने के कारण पंजीयन और मुद्रांक का नुकसान है। इस पर कलेक्टर ने जिला मूल्यांकन समिति की मीटिंग बुलाई है। शीघ्र ही नई दरें प्रभावशील होंगी।
-पंकज कोरी, जिला पंजीयक
Created On :   12 Sept 2022 3:23 PM IST