रिजर्व में पहुंचा चावल का स्टॉक, मंडला से की गई 480 मीट्रिक टन की डिमांड

Rice stock reached the reserve, 480 metric tons demanded from Mandla
रिजर्व में पहुंचा चावल का स्टॉक, मंडला से की गई 480 मीट्रिक टन की डिमांड
छतरपुर रिजर्व में पहुंचा चावल का स्टॉक, मंडला से की गई 480 मीट्रिक टन की डिमांड

डिजिटल डेस्क,छतरपुर। सार्वजनिक वितरण प्रणाली समेत प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना में संकट के बादल गहराने लगे हैं। वजह, यह है कि जिले में स्टॉक चावल का स्टॉक रिजर्व में पहुंच गया है। इसके चलते सितंबर माह के आवंटन को लेकर नागरिक आपूर्ति निगम के अफसर पशोपेश में हैं। दरअसल, सितंबर के आवंटन के लिए नागरिक आपूर्ति निगम को 4800 मीट्रिक चावल की आवश्यकता है, लेकिन वेयर हाउस में चावल का स्टॉक नाममात्र का बचा है। ऐसे में अफसर ने पीडीएस और पीएमजेएसवाई के लिए चावल की डिमांड मंडला और बालाघाट से की है। जानकारों का कहना है कि यदि चावल की रैक जल्द नहीं लगी तो गरीबों को सितंबर माह में राशन नसीब नहीं हो पाएगा।

सितम्बर के आवंटन पर एक नजर

> गेहूं 2424110 किलोग्राम
> चावल 606376 किलोग्राम
> नमक 263350 किलोग्राम
> शक्कर 23453 किलोग्राम
> कैरोसिन 310052 लीटर

अकेले पीएमजीएसकेवाई में 4258 मीट्रिक टन की खपत

जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना में अकेले प्रति माह 4258 मीट्रिक टन चावल की खपत होना बताया जा रहा है। ऐसे में जिले के वेयर हाउस में चावल का स्टॉक रिजर्व से भी कम स्तर पर पहुंच गया है। बताया जाता है कि यदि मंडला और बालाघाट से चावल नहीं आया तो पीएमजीएसकेवाई के उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। इसी के चलते नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारी चावल के लिए मंडला के महाप्रबंधक से लगातार पत्राचार कर रहे है।

एक माह में पीडीएस के लिए 1295 टन की जरूरत

सार्वजनिक वितरण प्रणाली के लिए प्रतिमाह 1295 मीट्रिक टन चावल की जरूरत पड़ती है। जानकारों का कहना है। वर्तमान समय चावल का स्टॉक केवल 300 मीट्रिक टन स्थानीय वेयर हाउस में बचा है। ऐसे में यदि चावल की रैक को लेकर सब की निगाहें टिकी हुई है।

पात्रता की श्रेणी

>पीएम गरीब कल्याण योजना के तहत प्रति सदस्य 5 किलोग्राम नि:शुल्क राशन।
>एएवाई के उपभोक्ताओं को प्रति परिवार एक किलोग्राम शक्कर।
> केरोसिन के लिए भी प्रत्येक प्राथमिक परिवार को एक लीटर।
>प्रत्येक पात्रता परिवार को एक किलोग्राम नमक।
फैक्ट फाइल

>जिले में राशन की 656 दुकानें संचालित।
>1 राशन दुकानों में किया जा रहा ऑफलाइन वितरण।
>राशन के लिए 12 लाख 14 हजार 348 उपभोक्ता पात्र।
>बीपीएल समेत 25 श्रेणियों के 2 लाख 27 हजार 305 उपभोक्ता पात्र।

पीडीएस के लिए 1300 और प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के आवंटन के लिए 3500 मीट्रिक टन चावल की मंडला और बालाघाट से डिमांड की गई है। उम्मीद है कि दो दिन के अंदर चावल की रैक लग जाएगी। चावल की रैक लगते ही खाद्यान्न भेजा जाएगा।

-रिंकी साहू, जिला प्रबंधक, नान
 

Created On :   7 Sept 2022 9:17 AM GMT

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