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India-China Dispute: अब सीमा पर चीन को सबक सिखाएंगे नागा साधु, सशस्त्र बलों में होंगे शामिल!
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डिजिटल डेस्क, प्रयागराज। लद्दाख में सीमा पर चीन से जारी विवाद को लेकर देश में साधु-संतों में भी काफी गुस्सा नजर आ रहा है। हिंदू संतों व साधुओं के शीर्ष संगठन अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद (एबीएपी) के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने कहा है, सीमाओं पर चीनी आक्रामकता का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए लाखों की तादात में नागा संन्यासी भारतीय सशस्त्र बलों में शामिल होने से बिल्कुल भी नहीं हिचकिचाएंगे।
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चीनी सेना द्वारा किए गए हमले की निंदा करते हुए गिरि ने कहा, भारतीय सेना दुश्मन को करारा जवाब देने में सक्षम है, लेकिन अगर जरूरत पड़ी तो लाखों नागा साधु भी अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए अपनी सेना में शामिल हो सकते हैं। उन्होंने कहा, नागा साधु भी शास्त्र और शस्त्र में समान रूप से प्रशिक्षित होते हैं।
नागा साधुओं को दिया जाता है मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण
गिरि ने कहा, नागा साधुओं को मार्शल आर्ट में भी प्रशिक्षित किया जाता है और वे अपने साथ त्रिशूल, तलवार और भाले भी रखते हैं। उन्होंने बताया, एक बार मुगल शासकों से हिंदुओं की रक्षा करने के लिए वे प्रशिक्षित सशस्त्र बल के रूप में अपनी सेवा दे चुके हैं और इसके साथ ही कई सैन्य अभियानों में शामिल रह चुके हैं। हालांकि आजादी के बाद सशस्त्र गतिविधियों में नागाओं के शामिल रहने की वैसी कोई आवश्यकता नहीं पड़ी, इसलिए उन्होंने धर्म की ओर रुख किया।
Created On :   19 Jun 2020 2:30 PM IST