मंदिर से दर्शन कर लौट रहे कमांडर जीप को ट्रक ने मारी टक्कर ,3 की मौत, 20 घायल 

Commander jeep collision with truck, three dead and 20 injured
मंदिर से दर्शन कर लौट रहे कमांडर जीप को ट्रक ने मारी टक्कर ,3 की मौत, 20 घायल 
मंदिर से दर्शन कर लौट रहे कमांडर जीप को ट्रक ने मारी टक्कर ,3 की मौत, 20 घायल 

डिजिटल डेस्क, छतरपुर। सोमवार की सुबह शहर से 8 किलोमीटर दूर परा चौकी के पास बेलगाम गति से भागते ट्रक क्रमांक टीएन 52 एम 1429 ने सामने से आ रही कमांडर जीप को टक्कर मार दी । टक्कर इतनी भीषण थी कि कमांडर जीप में सवार 3 लोगों की मोके पर मौत हो गई। मृतकों में कमली अहिरवार पति गजुआ उम्र 65 साल, रगौली निवासी गणेश विश्वकर्मा 60 वर्ष निवासी तरीचारकला निवाड़ी व एक अन्य शामिल हैं। जबकि 20 लोग घायल हो गए हैं। 

घायलों में आठ की हालत गंभीर

घायलों में 8 की हालत गंभीर बताई जा रही है। गंभीर रूप से घायल हुए लोगों को इलाज के लिए सागर मेडिकल कालेज भेजा गया है। बाकी घायलो को छतरपुर जिला अस्पताल लाया गया है। बताया जा रहा है कि कमांडर जीप में सवार लोग जटा शंकर धाम दर्शन करने गए थे। जब वापस लौट रहे थे, उसी समय हादसे का शिकार हो गए। प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि कमांडर जीप के आगे ट्रैक्टर चल रहा था, जैसे ही उसे ओवरटेक कर कमांडर चालक आगे बढ़ा, तभी सामने से आ रहे ट्रक ने जीप में टक्कर मार दी। घायलो में आशुतोष मिश्रा, पंचम खंगार, सुक्का पाल, रामसेवक को ग्वालियर रैफर किया गया है।

कुत्ते ने बच्चे को काटा , नहीं मिला एंटी रेबीज 

बकस्वाहा के सेड़ारा गांव के रविन्द्र पिता मालाढाई के 10 साल के बच्चे को कुत्ते ने काटा वो अपने बच्चे को लेकर बकस्वाहा आये जहां डॉक्टर एल एल अहिरवार ने कहां की एंटी रेबीज के जो इन्जेक्शन लगते है वो है ही नहीं । ऐसे में पिता ने अपने बच्चे को लेकर दूसरे जिले दमोह का रुख किया और वहां जा कर इलाज संभव हो सका ।सवाल ये खड़ा होता की एक ओर सरकारे बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने की बात करती है और दूसरी ओर 20 किलोमीटर का गांव से सफर तय करने आया रविन्द्र को इलाज नही मिला उसके बाद उसको 50 किलोमीटर का सफर तय करके दूसरे जिला इलाज कराने जाना पड़ा। अगर किसी, को कुत्ते ने काट लिया है तो 72 घंटे के अंतराल में एंटी रेबीज वैक्सीन का इंजेक्शन अवश्य ही लगवा लेना जरूरी होता है।  अगर 72 घंटे के अंतराल में मरीज इंजेक्शन नहीं लगवाता है तो वह रेबीज रोग की चपेट में आ सकता है। ऐसा होने के बाद रेबीज का कोई भी इलाज उपलब्ध नहीं हैं। 

Created On :   3 Jun 2019 2:55 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story