जबलपुर में सडक़ हादसे का शिकार हुई नगर की बेटी, एमबीबीएस की छात्रा
डिजिटल डेस्क,शहडोल। शहर से जबलपुर जाकर डॉक्टर की पढ़ाई कर रही एमबीबीएस फ़ाइनल ईयर की छात्रा 22 वर्षीय रूबी ठाकुर की आकस्मिक मौत ने सबको झकझोर दिया है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है, वहीं जिसने भी दर्दनाक हादसे को सुना आंखें नम हो गईं। गुरुवार की देर शाम रूबी का पार्थिव शरीर हाउसिंग बोर्ड कालोनी स्थित निज निवास पर लाया गया। रूबी के पिता राजकुमार शहडोल में पोस्ट ऑफिस में कार्यरत हैं। रूबी उनकी इकलौती बेटी थी। बेटा राहुल ठाकुर आईआईटी खडग़पुर से एमटेक कर रहा है। हादसे की खबर सुनने के बाद मां बबीता ठाकुर बेसुध हो गईं।
पिता ने बेटी का शव देखा तो व्यथित होकर रो पड़े। वे कह रहे थे कि वर्ष 2019 में जिस बेटी को डॉक्टर बनने के लिए छोड़ गए थे वह अब इस दुनिया में नहीं है और उनका सपना अधूरा रह गया। जानकारी के अनुसार बुधवार की रात रूबी अपने सहपाठी छात्र के साथ ढाबा (जबलपुर) में खाना खाने जा रही थी। जहां सडक़ हादसे में उसकी मौत हो गई। मेडिकल में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे सहपाठी छात्र आयुष शर्मा ने गुरुवार को गढ़ा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई कि सौरभ ओझा एवं रूबी ठाकुर बाइक क्रमांक एमपी 20 एनडब्ल्यू 2673 से खाना खाने के लिए ढाबा जा रहे थे। उनके साथ देवांश अवस्थी, अभय चौरे अपनी-अपनी बाइकों पर थे।
अंधमूक बाइपास ब्रिज के नीचे सामने से आ रहे ट्रक ने सौरभ की बाइक को टक्कर मार दी। जिसके बाद रूबी ट्रक के चके में फंसकर कुछ दूरी तक घिसटी, जिससे उसकी मौत हो गई। वहीं सौरभ को भी हाथ-पैर में चोटें आई। हादसे के बाद कुछ लोगों ने ट्रक का पीछा किया, लेकिन चालक तेजी से वाहन चलाकर भाग निकला। मामला दर्ज कर पुलिस आरोपी ट्रक चालक की पतासाजी में जुटी है। गढ़ा टीआई राकेश तिवारी ने बताया कि एमबीबीएस छात्रा को कुचलने वाले 14 चके वाले ट्रक की पतासाजी के प्रयास किए जा रहे हैं। ट्रक चालक को पकडऩे के लिए देर रात आसपास के जिलों में सूचना भेजी गई है। जल्द ही ट्रक का पता लगाकर चालक को पकड़ लिया जाएगा। घटना की सूचना पाकर पुलिस अधिकारी देर रात मौके पर पहुंचे और ट्रक चालक की पतासाजी के लिए वहां लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की गई, लेकिन कैमरे बंद थे। जिसके चलते आरोपी ट्रक का पता लगाना मुश्किल हो रहा है।
हादसे में घायल छात्र की हालत में सुधार हुआ है, लेकिन वह सदमे में होने के कारण उसके बयान दर्ज नहीं हो सके हैं। हादसे के 24 घंटे बीतने के बाद भी ट्रक का अभी तक सुराग नहीं लगा है। उधर गुरुवार की सुबह रोते-बिलखते परिजन यहां पहुंचे और पीएम के बाद बेटी के शव को शहडोल ले गए। हादसे को लेकर साथी छात्रों ने इस बात को लेकर आक्रोश जताया कि अभी तक आरोपी ट्रक चालक को पकड़ा नहीं गया है। परिजन भी इस बात को लेकर आक्रोशित थे। उनका कहना है कि आरोपी को तत्काल पकड़ा जाए तभी उनकी बेटी को सही न्याय मिल सकेगा।
Created On :   6 Jan 2023 5:42 PM IST