बढ़ते कदम: वी ट्रांस ने 2026 तक 3 हजार करोड़ रूपये कारोबार का लक्ष्य रखा, लाभ उठाने की तैयारी
- एफटीएल सेगमेंट बाजार का लाभ उठाने की है तैयारी
- भूतल परिवहन में विकास करने को प्राथमिकता
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली. लॉजिस्टिक्स क्षेत्र की बड़ी कंपनी वी-ट्रांस ने अपनी महत्वाकांक्षी योजनाओं की जानकारी देते हुए कहा कि कंपनी ने वर्ष 2026 तक 3,000 करोड़ रूपये के टर्नओवर का लक्ष्य रखा है। कंपनी खरीद से लेकर भुगतान विधि तक की पूरी प्रक्रिया में ज्यादा कार्यकुशलता और पारदर्शिता लाने के लिए डिजिटलीकरण पर फोकस कर रही है। वी-ट्रांस के चेयरमैन और प्रबंधन निदेशक महेंद्र शाह ने कहा कि कंपनी अपनी मूलभूत क्षमता के क्षेत्र भूतल परिवहन में विकास करने को प्राथमिकता देगी। इसके साथ ही वायु और सड़क परिवहन के तालमेल सहित अपने मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक्स वाले संचालनों का भी विस्तार करेगी।
प्रौद्योगिकी की भूमिका को अंगीकार करते हुए वी ट्रांस ने एक नई ईआरपी प्रणाली में निवेश किया है, जो निर्बाध सूचना प्रवाह के लिए सरकारी पोर्टलों, ग्राहकों और विक्रेताओं के साथ उन्नत कार्यकुशलता और एपीआई के एकीकरण केा सुनिश्चित करता है। कंपनी 120 बिलियन डॉलर के फुल ट्रकलोड सेगमेंट बाजार का लाभ उठाने की तैयारी में है। इस सेगमेंट में अपनी मौजूदगी बढ़ाकर वी ट्रांस अपने ज्यादा बड़े लक्ष्य को हासिल करेगी। शाह ने कहा कि कुल राजस्व का 30 प्रतिशत हिस्सा उत्तरी भारत से आने के चलते कंपनी उत्तर क्षेत्र में शाखाओं, गोदामों और बुनियादी ढांचे का विस्तार करने के लिए पर्याप्त निवेश करेगी। इसके साथ ही कंपनी ने एक नई ईआरपी प्रणाली में निवेश किया है, जो निर्बाध सूचना प्रवाह के लिए सरकारी पोर्टलों, ग्राहकों और विक्रेताओं के साथ उन्नत कार्यक्षमता और एपीआई के एकीकरण को सुनिश्चित करता है।
वी-ट्रांस पसंदीदा लॉजिस्टिक्स समाधान प्रदाता है जो पीटीएल, एफटीएल, ओडीसी, एक्सप्रेस कार्गो मूवमेंट, वेयरहाउसिंग और 3 पीएल में समाधान प्रदान करता है। इसकी भारत और सार्क देशों में उपस्थिति है, तकनीक-सक्षम संचालन द्वारा समर्थित अत्याधुनिक बुनियादी ढांचा है, और एक टीम है जो अपने ग्राहकों को उत्कृष्टता प्रदान करने और अपनी आपूर्ति श्रृंखला के प्रदर्शन को बढ़ाने के लिए उत्साहित है। इनके पास अच्छी तरह से प्रशिक्षित स्टाफ सदस्य हैं जो यात्रा के दौरान कार्गो को संभालेंगे। वी-ट्रांस इंडिया लिमिटेड के पास बुकिंग और डिलीवरी कार्यालय, साथ ही ट्रांसशिपमेंट, रणनीतिक स्थानों पर फैले हुए हैं, ताकि आदर्श हब-एंड-स्पोक मॉडल बनाया जा सके जो लागत और संचालन अनुकूलन को सक्षम बनाता है।
Created On :   7 Feb 2024 6:03 PM IST