अभियान: टोल प्लाजा पर हिंसक घटनाओं को रोकने एसओपी जारी
- अब बॉडी कैमरे से लैस होंगे टोल प्लाजा पर्यवेक्षक
- हिंसक घटनाओं को रोकने की कवायद
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सरकार ने राष्ट्रीय राजमार्गों पर बने टोल प्लाजा पर आए दिन कहासुनी और मारपीट की घटनाओं पर लगाम लगाने की तैयारी कर ली है। टोल प्लाजा पर किसी तरह की अनहोनी को रोकने के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (एसओपी) जारी किया है। एसओपी में सभी टोल प्लाजा पर्यवेक्षकों के लिए बॉडी कैमरा पहनना अनिवार्य किया गया है।
बॉडी कैमरा किसी भी तरह की अभद्रता को तुरंत रिकॉर्ड करेगा और उसके आधार पर हंगामा करने वाले राहगीरों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सकेगी। एसओपी में कहा गया है कि टोल एकत्र करने वाली एजेंसियां यह सुनिश्चित करेंगी कि टोल प्लाजा पर कर्मचारी अपने नाम के बैज के साथ निर्धारित एनएचएआई वर्दी ही पहनेंगे। एसओपी में प्राधिकरण के क्षेत्रीय कार्यालयों के लिए दिशानिर्देश शामिल हैं, ताकि टोल संग्रहण एजेंसियां अपने कर्मचारियों के व्यवहार तथा सड़कों का इस्तेमाल करने वालों के संबंध में उन दिशानिर्देशों को सख्ती से लागू कर सकें।
एनएचएआई ने शुरू किया ‘टोल पर शांति’ अभियान
इसके साथ ही एनएचएआई ने टोल प्लाजा पर ‘टोल पर शांति’ नामक एक विशेष अभियान भी शुरू किया है। इसके तहत टोल प्लाजा कर्मचारियों को क्रोध प्रबंधन और ग्राहकों की संतुष्टि के बारे में प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह हिदायत भी है कि टोल प्लाजा कर्मचारी उत्तेेजक भाषा का प्रयोग नहीं करेंगे या हिंसा का सहारा नहीं लेंगे।
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Created On :   9 Oct 2023 4:02 PM GMT