सम्मान: शंकरबाबा पापलकर सहित महाराष्ट्र की सात हस्तियों को पद्म पुरस्कार प्रदान
- शंकरबाबा पापलकर सहित तीन को पद्मश्री पुरस्कार
- देश की पहली महिला न्यायाधीश (दिवंगत) एम फ़ातिमा बीवी को पद्म भूषण
- अभिनेत्री वैजयंतीमाला बाली और अभिनेता कोनिदेला चिरंजीवी को पद्म विभूषण
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को राष्ट्रपति भवन में आयोजित पद्म पुरस्कार वितरण समारोह में महाराष्ट्र से सामाजिक कार्य के लिए शंकरबाबा पापलकर सहित तीन को पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इस दौरान देश की पहली महिला न्यायाधीश (दिवंगत) एम फ़ातिमा बीवी को पद्म भूषण और अभिनेत्री वैजयंतीमाला बाली और अभिनेता कोनिदेला चिरंजीवी को पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और विदेश मंत्री एस जयशंकर उपस्थित रहे। समारोह में हरमुसजी कामा और कुंदन व्यास को साहित्य एवं शिक्षा, अश्विन मेहता को चिकित्सा, दत्तात्रय मायलु और प्यारेलाल शर्मा को कला क्षेत्र के लिए पदम् भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसके अलावा मलखंब को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहुंचाने वाले मलखंब प्रशिक्षक अभय देशपांडे और चिकित्सा क्षेत्र के लिए चंद्रशेखर मेश्राम को पद्मश्री प्रदान किया गया।
बता दें, शंकर बाबा पापलकर का आश्रम अमरावती के वज्झार में स्थित है। इस आश्रम में शंकर बाबा पापलकर के 123 बच्चे रहते हैं। शंकर बाबा पापलकर के इस आश्रम में अंधे, विकलांग, मानसिक रूप से कमजोर और बेसहारा बच्चे रहते हैं। उनके काम को सराहते हुए केंद्र सरकार ने उन्हें पद्मश्री पुरस्कार प्रदान किया है। वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता शंकर बाबा पापलकर बुढ़ापे में भी अनाथ, दिव्यांग, मूक बधिर बालक-बालिकाओं की देखभाल के लिए दौड़ रहे हैं।
वज्झार स्थित आश्रम में शंकर बाबा ने अबतक 30 अनाथ लड़के-लड़कियों की शादी कराई है। पिछले पच्चीस वर्षों से शंकर बाबा इस आश्रम में अनाथ, विकलांग और मानसिक रूप से विक्षिप्त बच्चों की सेवा कर रहे हैं। उनका मकसद अनाथ और मानसिक रूप से कमजोर बच्चों को न्याय दिलाना है। बता दें कि राष्ट्रपति ने पांच पद्म विभूषण, 17 पद्म भूषण और 110 पद्म श्री पुरस्कारों सहित 132 पद्म पुरस्कार प्रदान किए हैं।
Created On :   9 May 2024 10:43 PM IST