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फूड प्वाइजनिंग: एकादशी पर बालुमामा की निकली पालकी, महाप्रसाद में भगर और कढ़ी खाते ही विषबाधा
- रात को महाप्रसाद खाने के बाद आधी रात को बिगड़ी तबीयत
- अस्पताल मरीजों से खचाखच भरा
- डाक्टरों की पूरी टीम मरीजों के उपचार में जुटी
डिजिटल डेस्क, नांदेड़। लोहा तालुका के कोष्टावाड़ी में आयोजित संत बालुमामा पालकी कार्यक्रम में एकादशी के अवसर पर महाप्रसाद में भगर और आमटी खाने से बारह सौ से अधिक भक्तों को विषबाधा हो गई। मरीजों का इलाज लोहा उप जिला अस्पताल, जिला सरकारी अस्पताल, कंधार, अहमदपुर आदि सरकारी अस्पतालों और विभिन्न निजी अस्पतालों में किया गया। इलाज कर रहे चिकित्सा अधिकारियों ने बताया कि, सभी मरीजों की हालत स्थिर है. लेकिन मरीजों की आधिकारिक संख्या समझ में नहीं आ रही है।
एकादशी के अवसर पर बालुमामा की पालकी के दर्शन लिए भीड़ लगी रही। सुबह की आरती के बाद रात की आरती हुई। इसके बाद महाप्रसाद में भगर और आमटी का भोग लगाया गया। रात्रि 9:30 से 10:00 बजे तक भक्तों ने महाप्रसाद ग्रहण किया और चले गये। बाद में रात करीब 1.30 बजे एक मरीज को मतली और उल्टी के कारण लोहा उप जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। दस-बीस मिनट बाद अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ने लगी। धीरे-धीरे अस्पताल मरीजों से भर गया। ड्यूटी पर चिकित्सा अधिकारी श्रीमती डॉ.पानझडे ने उक्त स्थिति की जानकारी चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अब्दुल नासिर बारी को दी। डॉ.बारी ने स्थिति की गंभीरता को समझा और सभी प्रणालियों को सूचित किया और तुरंत अस्पताल में उपस्थित हुए। मरीजों की बढ़ती संख्या के कारण डॉ.हर्षवर्द्धन सोनकांबले, डॉ.विनायक कुलदीपके, डॉ.दीपक मोटे, डॉ.लोहारे सहित स्वास्थ्य अधिकारी और कर्मचारियों की पूरी टीम ने तुरंत मरीजों का इलाज किया।
कुछ मरीजों को नांदेड़ के सरकारी अस्पताल में स्थानांतरित किया गया। यहां मरीजों की भीड़ बढ़ती जा रही थी। लोहा शहर के लगभग सभी निजी अस्पताल आधी रात से ही मरीजों से खचाखच भर गये थे। इस काम के लिए जिले से दस से अधिक एम्बुलेंस बुलाई गईं। पर्याप्त संख्या में एम्बुलेंस नहीं होने के कारण मरीजों को रिक्शा और अन्य चार पहिया वाहनों में लाया गया। दवा भंडार कक्ष के अध्यक्ष के अस्पताल आने तक ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों ने कर्मचारियों की मदद से भंडार घर का ताला तोड़ दिया और अंदर से आवश्यक दवाएं और अन्य सामग्री निकाली और मरीजों का इलाज किया।लोहा पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर ओमकांत चिंचोलकर सहित पुलिस उपनिरीक्षक मंगेश नाईक, प्रवीण हालसे, रेखा काले सहित सभी पुलिस कर्मियों ने अस्पताल के कर्मचारियों को उनका इलाज करने में मदद की। 7 फरवरी को लोहा उप जिला अस्पताल में सुबह तक मरीजों का आना जारी रहा। पुलिस की उचित योजना के कारण मरीजों को समय पर इलाज मिल सका। मरीजों में लोहा तालुका के कोस्टवाडी, मस्की, रिसनगाव, हरणवाडी, सावरगाव (न), पोलेवाडी, मालाकोली, पेंडू ता.पालम शामिल हैं।
घटनास्थल पर अन्न व औषध प्रशासन विभाग के कनकावार, जिला शल्य चिकित्सक डॉ.नीलकंठ भोसीकर, लोहा तहसील तहसीलदार शंकर लाड, नायब तहसीलदार अशोक मोकले, बिडीओ अडेराघो, कक्षाधिकरी सतीश चोरमले, कार्यालयीन अधीक्षक प्रियदर्शन वाघमारे आदीं ने भेट दि साथ ही विधायक मोहन हंबर्डे, पूर्व वि. रोहिदास चव्हाण, पूर्व जि.प.सदस्य प्रणिता देवरे-- चिखलीकर, प्रा.डॉ.पुरुषोत्तम धोंडगे आदि ने रुग्णालय में जाकर मरीजों की पूछतांछ की। दिलचस्प बात यह है कि, पूर्व विधायक चव्हाण और डॉ.पुरूषोत्तम धोंडगे ने मरीजों और उनके रिश्तेदारों को भोजन दान किया।
Created On :   8 Feb 2024 7:05 AM GMT