इस्कॉन मंदिर में हुआ आयोजन, 20 को निकलेगी रथयात्रा

इस्कॉन मंदिर में हुआ आयोजन, 20 को निकलेगी रथयात्रा
108 कलशों से हुआ भगवान जगन्नाथ का अभिषेक

डिजिटल डेस्क,जबलपुर।

चौकीताल स्थित इस्कॉन मंदिर में रविवार को स्नान यात्रा, देव स्नान पूर्णिमा धूमधाम से मनाई गई। इस दौरान हरिनाम संकीर्तन के साथ भगवान का अभिषेक 108 कलश द्वारा किया गया। विभिन्न प्रकार के फलों का रस, शहद, घी, दूध, दही से भगवान का अभिषेक पुजारियों ने किया। इस दौरान 108 प्रकार के ओडिसी भोग भगवान जगन्नाथ को अर्पित किए गए। जगन्नाथ पुरी से आए पुजारियों ने भगवान श्री जगन्नाथ का पूजन-अर्चन किया। आिदति पुत्र दास ने बताया कि भगवान जगन्नाथ, बड़े भाई बलभद्र, बहन सुभद्रा को स्नान कराके सुंदर शृंगार किया गया।

कीर्तन में झूम उठे भक्तजन

डॉ. सिद्धार्थ सिंह ने बताया कि इस अवसर पर वृंदावन से आए भक्तजनों ने हरिनाम संकीर्तन प्रस्तुत किए, जिसमें श्रद्धालु झूम उठे। 20 जून को रथ यात्रा का महा महोत्सव इस्कॉन मंदिर में आयोजित होगा। इस अवसर पर डॉ. कैलाश गुप्ता, श्रीमती रेखा गुप्ता, डॉ. अमित रिछारिया, डॉ. हिमांशु आचार्य, संजय अग्रवाल आदि मौजूद रहे।

एकांतवास में लेंगे स्वास्थ्य लाभ भगवान जगन्नाथ स्वामी

स्वास्थ्य लाभ लेने के लिए भगवान श्री जगन्नाथ स्वामी अपने बड़े भाई बलभद्र एवं बहन देवी सुभद्रा के साथ 15 दिनों के एकांतवास में गए हैं। इसके लिए वात्री समाज द्वारा संचालित श्री जगदीश स्वामी कर्मा माई शंकर भगवान मन्दिर ट्रस्ट के मंदिर में विराजित भगवान जगन्नाथ स्वामी के कपाट बंद किये गए। ट्रस्ट के कोठिया श्रीकान्त साहू ने बताया कि ऐसी परंपरा है कि भगवान जगन्नाथ जी एवं उनके भाई, बहन इन 15 दिनों में एकान्त में रहते हैं। इस दौरान उनका पूजन नहीं होता सिर्फ मंदिर के पुरोहित उन्हें 15 दिनों तक काढ़े का भोग लगाते हैं, ताकि भगवान शीघ्र स्वस्थ हों। इसके बाद भगवान स्वस्थ होकर रथयात्रा के साथ ही भक्तों को दर्शन देते हुए अपनी मौसी के घर जाते हैं। इस वर्ष रथयात्रा महोत्सव आगामी 20 जून को आयोजित होगा और उसी दिन भगवान के पट खोले जाएँगे।

Created On :   5 Jun 2023 10:34 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story