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जबलपुर: नो फ्लाइंग डे आंदोलन को पूरे देश में मिल रहा समर्थन
- राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने कहा- वायु सेवा संघर्ष समिति के इस आंदोलन में मैं उनके साथ, फ्लाइट की कमी से शहर का विकास संभव नहीं
- विमान कंपनियाँ उन रूटों में जा रही हैं जहाँ सब्सिडी मिल रही है।
- डुमना एयरपोर्ट से अब रात में भी लैंडिंग व टेकऑफ की सुविधा है।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। मुंबई की डेली फ्लाइट चालू कराने की माँग को लेकर वायु सेवा संघर्ष समिति के द्वारा चलाए जा रहे नो फ्लाइंग डे अभियान को जबलपुर ही नहीं, बल्कि देश के हर कोने से समर्थन मिल रहा है।
वहीं समिति सदस्यों द्वारा जबलपुर के हक की लड़ाई वाले इस मुद्दे से जनमानस को जोड़ने रणनीति तैयार की जा रही है। आंदोलन को सफल बनाने शहर के सामाजिक, व्यापारिक संगठनों को जोड़ने के साथ ही चिकित्सक, अधिवक्ताओं और युवा वर्ग को भी जोड़ा जा रहा है।
इसी कड़ी में सोमवार की शाम समिति संयोजक हिमांशु खरे के नेतृत्व बड़ी संख्या में सदस्य राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा से मिलने उनके निवास पहुँचे। यहाँ सांसद श्री तन्खा को ज्ञापन भी सौंपा गया। इस दौरान सांसद श्री तन्खा ने कहा कि जबलपुर के हक में लड़ी जाने वाली हर लड़ाई में वह समिति के साथ खड़े हैं। उन्होंने कहा कि जबलपुर से मुंबई की डेली फ्लाइट न होना दुर्भाग्य की बात है।
अगर फ्लाइट खत्म हो जाएगी तो ऐसे में कौन इन्वेस्टर यहाँ निवेश करेगा। ऐसे में शहर का विकास कैसे होगा।
विमान कंपनियों के अधिकारियों से मिलना होगा
वायु सेवा संघर्ष समिति से चर्चा के दौरान श्री तन्खा ने कहा कि जब यहाँ से फुल लोड है तो फिर फ्लाइट कम क्यों की जा रही है, इसका एक कारण यह भी है कि विमान कंपनियाँ उन रूटों में जा रही हैं जहाँ सब्सिडी मिल रही है।
ऐसे में जरूरी है कि विमान कंपनियों के अधिकारियों से चर्चा की जाए, ताकि वे जबलपुर जैसे लाभ वाले सेक्टर में उड़ानें चालू करें। इसके लिए वे समिति सदस्यों के साथ हर जगह जाने तैयार हैं। चाहे विमान कंपनियों के अधिकारियों से मिलना हो, प्रदेश के मुख्यमंत्री या फिर नागरिक उड्डयन मंत्री से भी मिलना है तो वह चलने तैयार हैं।
बंद हुईं सभी फ्लाइट्स चालू होना चाहिए
वायु सेवा संघर्ष समिति के सदस्यों से चर्चा के दौरान उन्होंने यह भी कहा कि मुंबई की डेली फ्लाइट के साथ ही जबलपुर से बंद हुई बेंगलुरु, कोलकाता, चेन्नई, पुणे सहित सभी फ्लाइट चालू होना चाहिए।
हैंगर में खड़े विमानों काे भी चलाया जा सकता है
इस दौरान समिति के हिमांशु खरे ने सुझाव दिया कि अगर एयरक्राफ्ट की कमी के चलते फ्लाइट चालू नहीं की जा रही है तो नागपुर, भोपाल व इंदौर के अलावा जिन शहरों में रात के वक्त हैंगर में एयरक्राफ्ट खड़े रहते हैं उन्हें जबलपुर से मुंबई के लिए डेली व अन्य शहरों पर सीधी उड़ान के विकल्प के रूप में उपयोग में लाया जा सकता है।
इनका कहना है कि डुमना एयरपोर्ट से अब रात में भी लैंडिंग व टेकऑफ की सुविधा है। इस सुझाव पर विमान कंपनियों के प्रतिनिधियों से चर्चा करने सहमति बनी। ज्ञापन सौंपने के दौरान गीता शरत तिवारी, मनु तिवारी, अभिषेक ध्यानी, बसंत घोडावत, दीपक सेठी, अजीत पवार, हिमांशु राय, तरुण रोहिताश व आरिफ बेग सहित अन्य उपस्थित रहे।
जल्द शुरू करें वायु सेवा
विश्व हिंदू महासंघ, विधि प्रकोष्ठ ने माँग की है की जबलपुर से मुुंबई के बीच वायु सेवा जल्द शुरू की जाए। प्रदेश उपाध्यक्ष विहाग दुबे ने बताया कि वायु सेवा प्रभावित होने से नुकसान हो रहा है। प्रदेश अध्यक्ष सुरेन्द्र तिवारी ने प्रदेश उपाध्यक्ष दुबे की बात का समर्थन करते हुए शीघ्र ही इस सिलसिले में एक लीगल नोटिस वायु सेवा से जुड़े मंत्रालय व विभाग को भेजने का निर्णय लिया है।
Created On :   21 May 2024 10:22 AM GMT