जबलपुर: मूँग खरीदी का मामला : जाँच टीम को वेयर हाउसों में मिली गड़बड़ी

मूँग खरीदी का मामला : जाँच टीम को वेयर हाउसों में मिली गड़बड़ी
खराब क्वाॅलिटी के चलते बोलीकर्ता ने माल उठाने से कर दिया था मना, जल्द जाँच रिपोर्ट भेजी जाएगी भोपाल

डिजिटल डेस्क,जबलपुर।

समर्थन मूल्य पर खरीदी गई मूँग की प्रदेश स्तर पर हुई ई-नीलामी में गड़बड़ी की जाँच की जा रही है। जाँच टीम को वेयर हाउसों में अनियमितता मिली है। गोदामों में खराब क्वाॅलिटी की मूँग खरीदा जाना पाया गया है। जाँच अधिकारियों द्वारा जल्द ही अपनी जाँच रिपोर्ट को भोपाल भेजा जाएगा। मप्र राज्य सहकारी विपणन संघ की ओर से बनाई गई जिला स्तर की टीम द्वारा वेयरहाउसों में जाँच की गई है। जाँच में पता चला है कि जहाँ की मूँग नीलाम हुई थी और उसकी क्वाॅलिटी खराब होने से बोलीकर्ता ने मूँग को उठाने से मना कर दिया था। पता चला है कि जिला स्तरीय टीम को वेयर हाउसों की जाँच में गड़बड़ी मिली है। उल्लेखनीय है कि ई-नीलामी में मिली गड़बड़ी की शिकायतों के बाद मध्य प्रदेश राज्य सहकारी विपणन संघ प्रबंध संचालक आलाेक कुमार ने जबलपुर, कटनी, नर्मदापुरम और रायसेन कलेक्टरों को वेयर हाउसों की जाँच कराने के निर्देश दिए थे।

सिहोरा के वेयर हाउसों की जाँच

जाँच टीम में उप संचालक कृषि, जिला विपणन अधिकारी, जिला आपूर्ति निरीक्षक और डब्ल्यूएचएलसी वेयर हाउसिंग एवं लाॅजिस्टिक्स काॅर्पोरेशन के जिला प्रबंधक को सदस्य बनाया था। इस टीम द्वारा गत दिवस सिहोरा क्षेत्र के अनेक वेयर हाउसों में रखी मूँग की जाँच की गई। जाँच टीम को सिहोरा के सुब्रत वेयर हाउस और राजपूत वेयर हाउस में गड़बड़ी मिली है। टीम द्वारा लगभग सभी वेयर हाउसों की जाँच पूरी कर ली गई है। एक-दो दिनों में जाँच रिपोर्ट भोपाल को भेजे जाने की संभावना है।

ई-नीलामी में मूँग की गड़बड़ी को लेकर संबंधित वेयर हाउसाें की जाँच को पूरा कर लिया गया है। रिपोर्ट तैयार की जा रही है। जल्द ही रिपोर्ट को भोपाल भेज दिया जाएगा।

-एसआर निमोदा, जिला प्रबंधक-डब्ल्यूएचएलसी

सबसे अधिक रिजेक्ट मूँग जबलपुर में

जानकारी के अनुसार भारत सरकार के प्रधानमंत्री अन्नदाता आय संरक्षण अभियान के अंतर्गत प्राइस सपोर्ट स्कीम के तहत रबी सीजन 2021-22 एवं विपणन वर्ष 2022-23 में भंडारित मूँग को ई-नीलामी के जरिए पिपरिया के मेसर्स महेश ट्रेडर्स ने खरीदा था। बोलीकर्ता ने कटनी, जबलपुर, रायसेन एवं नर्मदापुरम जिले में भंडारित मूँग की सम्पूर्ण मात्रा खरीदी थी। जब उसने परीक्षण कराया तो उसमें बड़े पैमाने पर मिलावट का पता चला था। सर्वाधिक खराब मूँग 92 हजार क्विंटल जबलपुर की थी। इसके बाद नर्मदापुरम की करीब 48 हजार, कटनी की 21 हजार और रायसेन की 19 हजार क्विंटल मूँग को रिजेक्ट किया गया। जबलपुर की रिजेक्ट मूँग सिहोरा के एकता वेयर हाउस, जय गोविंद वेयर हाउस, राजपूत वेयर हाउस, सुब्रत वेयर हाउस, सिद्धार्थ वेयर हाउस, आयुष एग्रो वेयर हाउस, महादेव वेयर हाउस, श्रीराज वेयर हाउस, बड़खेड़ा की एमपीडब्ल्यूएलसी गोदाम, भेड़ाघाट के भगवती वेयर हाउस और मयंक वेयर हाउस की रही।

Created On :   25 Sept 2023 5:54 PM IST

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