Jabalpur News: टंगवा से सिंदुरसी तक 7 किमी क्षेत्र में रेत की डेढ़ दर्जन अवैध खदानें

टंगवा से सिंदुरसी तक 7 किमी क्षेत्र में रेत की डेढ़ दर्जन अवैध खदानें
  • चार महीने से बरने नदी पर चल रहीं इन अवैध खदानों से हर दिन निकाली जा रही करीब 800 ट्रॉली रेत
  • देवरी में इस बार सामने आए एक नये चेहरे ने बरने नदी से लगा पूरा इलाका खोद डाला है।
  • ग्रामीणों ने प्रशासन को रेत के अवैध खनन की समय-समय पर शिकायतें की हैं।

डिजिटल डेस्क,जबलपुर/ गोसलपुर/गांधीग्राम। रेत का काला कारोबार करने वाले लोगों की कर्म स्थली बन चुकी बरने नदी पर टंगवा से सिंदुरसी तक के 7 किलोमीटर एरिया में जगह-जगह अवैध उत्खनन और उसमें प्रयुक्त होने वाले संसाधनों के निशान सहज दिखाई देते हैं। नदी के इस पार के गोसलपुर थानांतर्गत आने वाले टंगवा, कटरा, पचकुंडी, खमरिया, घुटना तथा आलगोड़ा और उस पार के मझगवां थानांतर्गत आने वाले रमखिरिया, संजय नगर, देवरी, सिंदुरसी में डेढ़ दर्जन अवैध खदानें चल रही हैं।

इनसे हर दिन करीब 800 ट्रॉली रेत निकाली जाती है और मझगवां, गोसलपुर और सिहोरा तक खपाई जाती है। आश्चर्य यह कि क्षेत्र में व्यापक पैमाने पर चल रहीं रेत की इन अवैध खदानों और इनका संचालन करने वालों पर पुलिस व प्रशासन सहित खनिज महकमे के आला अफसरों और उनके मैदानी अमले की नजर नहीं पड़ती। वह भी तब जबकि अनेक मामलों में ग्रामीणों ने प्रशासन को रेत के अवैध खनन की समय-समय पर शिकायतें की हैं।


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सिंडिकेट के सामने सब बेबस

रेत के काले कारोबार के जानकारों के अनुसार गोसलपुर, मझगवां तथा सिहोरा तक इस समय सक्रिय सिंडिकेट पर सिहोरा मंडल में बदले राजनीतिक परिदृश्य की झलक दिखाई देती है। इस बार पुराने चेहरों के साथ कुछ नए चेहरे भी शामिल हैं। इनके रसूख और प्रशासन की बेबसी का नजारा कटरा हादसे मामले में साफ दिखा।

अब भी वही स्थिति है। ग्रामीणों सहित राजस्व महकमे तथा पंचायत के मैदानी अमले द्वारा प्रशासन को सूचना दिए जाने के बावजूद अफसर क्षेत्र में रेत के अवैध खनन, परिवहन व अवैध खदान के संचालन से अनभिज्ञता जता देते हैं। सूत्रों के मुताबिक इस इलाके में हो रहे रेत के अवैध खनन के पीछे पुलिस व प्रशासन की बेबसी सिंडिकेट के जिले की रेत ठेका कंपनी से गठजोड़ की ओर भी इशारा करती है।

देवरी में बरने नदी से लगा पूरा इलाका खोद डाला

देवरी में इस बार सामने आए एक नये चेहरे ने बरने नदी से लगा पूरा इलाका खोद डाला है। श्मशान घाट के सामने व पीछे वाले हिस्से में सरकारी जमीन पर गहरी जानलेवा खाइयां बना दी गई हैं। मुकेश कुमार तथा प्रकाशचंद ने बताया कि रेत की खातिर अवैध खननकर्ता ने शासन द्वारा गांव में कराए गए वृक्षारोपण, पहुंच मार्ग तथा मुक्तिधाम शेड को भी तहस-नहस कर दिया है।

शिवकुमार, पवन लोधी, संतोष लोधी व अमित कुमार ने बताया कि बरने नदी पर जो नहाने के घाट और गांव के आम रास्ते हैं उनको भी रेत की खातिर नुकसान पहुंचाया गया है। देवरी के रहवासियों ने 4 महीने दरमियान आधा दर्जन शिकायती आवेदन मय स्थल पंचनामा के गोसलपुर टीआई और सिहोरा एसडीएम को सौंपे। हाल ही में 24 मार्च को सिहोरा एसडीएम को ग्रामीणों ने शिकायत भी की है, बावजूद इसके सिहोरा एसडीएम रूपेश रत्नेश सिंघई क्षेत्र में हो रहे रेत के अवैध खनन से अनभिज्ञता जताते हैं।

Created On :   28 March 2025 4:00 PM IST

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