New Delhi News: देश के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों में शिक्षकों की भारी कमी - दिग्विजय सिंह

देश के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों में शिक्षकों की भारी कमी - दिग्विजय सिंह
  • देश के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों का हाल
  • शैक्षणिक संस्थानों में शिक्षकों की भारी कमी
  • दिग्विजय सिंह ने उठाया मुद्दा

New Delhi News. कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह ने सरकार से शिक्षकों के रिक्त पदों पर नियुक्ति करने का अनुरोध करते हुए कहा है कि देश के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों में शिक्षकों की भारी कमी है, जिसके चलते छात्रों की शिक्षा पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। उनका कहना था कि अकेले मध्यप्रदेश में ही 30 हजार शिक्षकों की कमी है। दिग्विजय सिंह मंगलवार को राज्यसभा में शिक्षा मंत्रालय के कामकाज पर चर्चा में भाग ले रहे थे। उन्होंने कहा कि नवोदय विद्यालय और केंद्रीय विद्यालयों को जिलेवार नहीं अपितु जनसंख्या के आधार पर खोला जाना चाहिए और खोलने का आधार 21 लाख से घटाकर 15 लाख किया जाना चाहिए। इसके अलावा इन विद्यालयों में शिक्षकों की भारी कमी है उसे भी दूर किया जाना चाहिए।

उन्होंने कहा कि एनसीईआरटी की पुस्तकों को साम्प्रदायिकता की विचारधारा से मुक्त तो होना ही चाहिए और शिक्षकों की नियुक्ति विचारधारा के आधार पर नहीं की जानी चाहिए। उन्होंने मध्यप्रदेश सहित कई केंद्रीय उच्च शिक्षण संस्थानों में भ्रष्टाचार का भी आरोप लगाया।

मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि नयी शिक्षा नीति को लागू करने से पूर्व संसद में उस पर चर्चा नहीं कराई गई जबकि इससे पूर्व जो कांग्रेस के शासन काल में नीति लागू की गई थी उस पर संसद में विस्तार से चर्चा करने के बाद ही उसे लागू किया गया था। अंत में दिग्विजय सिंह ने कहा कि शिक्षकों की नियुक्ति में अनुसूचित जाति, जनजाति एवं पिछड़े वर्ग को मिलने वाला रिजर्वेशन पूरी तरह नहीं मिल पा रहा है और बहुत सी नियुक्तियां अस्थायी रूप से विचारधारा के आधार पर की जा रही है।

Created On :   11 March 2025 7:46 PM IST

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