औंधे मुंह गिरा रुपया, 20 महीने में देखने को मिली सबसे बड़ी गिरावट!
- इस बीच व्यापारी इसका एक कारण ओमिक्रॉन वैरिएंट के तेजी से फैलने को भी मान रहे है
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। घरेलू शेयर बाजारों के सुस्त रुख, लगातार विदेशी फंडों के ऑउटफ्लो और स्थानीय इकाई पर जोखिम-प्रतिकूल भावनाओं के कारण रुपया बुधवार को 40 पैसे गिरकर 20 महीने के सबसे निचले स्तर पर आ गया।
इंटरबैंक फॉरेन एक्सचेंज मार्किट (Interbank foreign exchange market) में रुपया 76.05 डॉलर प्रति डॉलर पर खुला और बाद में मंगलवार के मुकाबले 40 पैसे गिरकर 76.28 पर बंद हुआ। मंगलवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 10 पैसे की गिरावट के साथ 75.88 पर बंद हुआ था।
इससे पहले 24 अप्रैल, 2020 को रुपया में इतनी गिरावट देखने को मिली थी।
इस बीच व्यापारी इसका एक कारण ओमिक्रॉन वैरिएंट के तेजी से फैलने को भी मान रहे है।
रुपए में इतनी गिरावट पर एचडीएफसी सिक्योरिटीज के रिसर्च एनालिस्ट दिलीप परमार ने कहा "डॉलर की मांग और जोखिम-प्रतिकूल भावनाओं के बाद रुपया और गिर गया और आज 76 के स्तर से नीचे आ गया। इस महीने अब तक, ग्यारह व्यापारिक सेशंस में से नौ, रुपये में गिरावट आरबीआई और यूएस फेड के बीच नीतिगत विचलन के साथ-साथ घरेलू इक्विटी से विदेशी फंड के ऑउटफ्लो के बाद हुई।"
परमार ने कहा कि व्यापार घाटा बढ़ने और थोक कीमतों में तेजी के कारण रुपया कमजोर हुआ।
Created On :   15 Dec 2021 3:38 PM GMT