गडकरी ने सहयोग, समन्वय और संचार के साथ रसद लागत को 10 प्रतिशत तक कम करने पर जोर दिया

Gadkari stresses on reducing logistics cost by 10 percent with collaboration, coordination and communication
गडकरी ने सहयोग, समन्वय और संचार के साथ रसद लागत को 10 प्रतिशत तक कम करने पर जोर दिया
नई दिल्ली गडकरी ने सहयोग, समन्वय और संचार के साथ रसद लागत को 10 प्रतिशत तक कम करने पर जोर दिया
हाईलाइट
  • नैतिकता
  • अर्थव्यवस्था
  • पारिस्थितिकी और पर्यावरण समाज के तीन सबसे महत्वपूर्ण स्तंभ हैं

डिजिटल डेस्क,  नई दिल्ली। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को हितधारकों के बीच सहयोग, समन्वय और संचार के साथ रसद लागत को 14-16 प्रतिशत से घटाकर 10 प्रतिशत करने पर जोर दिया। जलवायु लक्ष्य: तकनीकी रोडमैप टू नेट जीरो, कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि रसद लागत को कम करने से एक बड़ी बचत होगी और जिससे निर्यात में 50 प्रतिशत की वृद्धि हासिल की जा सकती है, जो हमारी अर्थव्यवस्था के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।

प्रदूषण के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि हम 16 लाख करोड़ रुपये के जीवाश्म ईंधन का आयात कर रहे हैं जो बहुत अधिक प्रदूषण पैदा कर रहा है। उन्होंने कहा कि यात्रा के समय को कम करने के लिए 27 ग्रीन एक्सप्रेस हाईवे बनाने का निर्णय लिया गया है और दिसंबर के अंत तक, नए राजमार्ग बनकर तैयार होंगे, जिनमें दिल्ली से चंडीगढ़ की यात्रा का समय 2.5 घंटे, दिल्ली से अमृतसर 4 घंटे, दिल्ली से कटरा 6 घंटे, दिल्ली से श्रीनगर 8 घंटे, दिल्ली से मुंबई 12 घंटे, दिल्ली से जयपुर दो घंटे और चेन्नई से बेंगलुरु भी दो घंटे होगा।

मंत्री ने कहा कि भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के प्रधान मंत्री के ²ष्टिकोण को प्राप्त करने के लिए प्रौद्योगिकी, नवाचार और अनुसंधान बहुत महत्वपूर्ण हैं। एआईएमए के 49वें राष्ट्रीय प्रबंधन सम्मेलन- एडवांटेज इंडिया: थ्राइविंग इन द न्यू वल्र्ड ऑर्डर को संबोधित करते हुए गडकरी ने कहा कि केंद्र और राज्यों को एक टीम के रूप में मिलकर काम करने के साथ सार्वजनिक परिवहन को प्रोत्साहित करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि भारत में युवा और प्रतिभाशाली इंजीनियरिंग जनशक्ति, कुशल कार्यबल और कम श्रम लागत के साथ एक बड़ा घरेलू बाजार है।

उन्होंने ऊर्जा और बिजली क्षेत्र में कृषि के विविधीकरण और जैव इथेनॉल, एलएनजी और जैव सीएनजी जैसे वैकल्पिक ईंधन के उपयोग पर जोर दिया। मंत्री ने कहा कि नैतिकता, अर्थव्यवस्था, पारिस्थितिकी और पर्यावरण समाज के तीन सबसे महत्वपूर्ण स्तंभ हैं।

 

(आईएएनएस)

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ bhaskarhindi.com की टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Created On :   20 Sept 2022 10:00 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story