आईटी प्रमुख कॉग्निजेंट 3,500 कर्मचारियों की करेगी छंटनी
छंटनी आईटी प्रमुख कॉग्निजेंट 3,500 कर्मचारियों की करेगी छंटनी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। 2023 में राजस्व में कमी के चलते आईटी प्रमुख कॉग्निजेंट ने गुरुवार को कहा कि वह 3,500 कर्मचारियों, या अपने कर्मचारियों के लगभग 1 प्रतिशत (मुख्य रूप से गैर-बिल योग्य) की छंटनी करेगा। कॉग्निजेंट ने अपने ऑपरेटिंग मॉडल को सरल बनाने, कॉरपोरेट कार्यों को अनुकूलित करने और पोस्ट-महामारी हाइब्रिड कार्य वातावरण को प्रतिबिंबित करने के लिए ऑफिस स्पेस को समेकित और पुन: व्यवस्थित करने के उद्देश्य से एक नेक्स्टजेन कार्यक्रम शुरू किया है।
कंपनी ने एक बयान में कहा, हम उम्मीद करते हैं कि इस कार्यक्रम के कार्मिक संबंधी कार्यों से लगभग 3,500 कर्मचारी या हमारे कर्मचारियों का लगभग 1 प्रतिशत प्रभावित होगा।
कंपनी ने कहा, सरलीकरण के लिए हमारे अभियान में एबिलिटी बढ़ाने और तेजी से निर्णय लेने में सक्षम बनाने के प्रयास में कम लेयर्स के साथ काम करना शामिल होगा। कंपनी को उम्मीद है कि इस कार्यक्रम से होने वाली बचत से लोगों में निरंतर निवेश, राजस्व वृद्धि के अवसर और ऑफिस स्पेस के आधुनिकीकरण में मदद मिलेगी।
कंपनी के अनुसार, पहली तिमाही के अंत में कर्मचारियों की कुल संख्या 3,51,500 थी, जो पिछली तिमाही 2022 से 3,800 कम थी और 2022 की पहली तिमाही से 11,100 ज्यादा थी। कॉग्निजेंट ने वित्त वर्ष 2023 की मार्च तिमाही में अपने शुद्ध लाभ में 3 प्रतिशत (वर्ष-दर-वर्ष) की वृद्धि के साथ 580 मिलियन डॉलर की वृद्धि दर्ज की।
कंपनी ने 4.8 अरब डॉलर का राजस्व दर्ज किया, जो कि 2023 की पहली तिमाही में साल-दर-साल 0.3 प्रतिशत घट गया। रवि कुमार ने कहा, तिमाही में हमारी त्वरित बुकिंग वृद्धि, जिसमें कई बड़े सौदे और नए और विस्तार कार्य का एक स्वस्थ मिश्रण शामिल था, हमारी सेवाओं, हमारे ब्रांड और हमारे ग्राहकों के साथ हमारे पुराने संबंधों की ताकत को दर्शाता है।
नेक्स्टजेन कार्यक्रम के तहत, कॉग्निजेंट को लगभग 400 मिलियन डॉलर की रिकॉर्ड लागत की उम्मीद है, जिसमें से लगभग 350 मिलियन डॉलर की लागत 2023 में और लगभग 50 मिलियन डॉलर की लागत 2024 में होने की उम्मीद है।
सोर्सः आईएएनएस
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ bhaskarhindi.com की टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.