यूपी उपचुनाव 2024: उत्तरप्रदेश की 10 सीटों पर उपचुनाव को लेकर क्यों हो रही देरी? चुनाव आयोग ने बताया कारण
- उत्तरप्रदेश में 10 विधानसभा सीटों पर होने है उपचुनाव
- उपचुनाव की तारीखों को लेकर बढ़ रहा इंतजार
- चुनाव आयोग ने बताया उपचुनाव न होने का कारण
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद अब तक उत्तरप्रदेश की सीटों पर उपचुनाव की घोषणा नहीं हुई है। आलम यह है कि यूपी की 10 सीटों पर आगामी उपचुनाव की तारीखों का इंतजार दिन-ब- दिन बढ़ता जा रहा है। इस बीच चुनाव आयोग ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बड़ा अपडेट दिया है। आयोन ने कहा है कि कुछ राज्यों में मानसून एक्टिव है। फिलहाल, 46 विधानसभा और एक लोकसभा सीट पर चुनाव होने हैं। यानी उपचुनाव में कुल 47 सीटों पर चुनाव होने बाकी है। हाल ही में वायनाड में प्राकृतिक आपदा घटित हुई। देश के कई राज्यों में मौसम और परिस्थितियों अनुकूल होने के तुरंत बाद समयानुसार चुनाव कराए जाएंगे। आयोग का कहना है कि 6 महीने के अंदर चुनाव संपन्न हो जाएंगे।
उत्तरप्रदेश की 10 सीटों पर होंगे उपचुनाव
यूपी में जिन 10 सीटों पर उपचुनाव होने हैं, उनमें से सीसामऊ, कटेहरी, करहल, मिल्कीपुर और कुंदरकी पर सपा काबिज थी। इसके अलावा फूलपुर, गाजियाबाद, मझवां और खैर भाजपा के पाले में थी। जबकि, मीरापुर सीट पर भाजपा के सहयोगी राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) का दबदबा था।
गाजियाबाद विधानसभा सीट - इस सीट पर भाजपा से डॉ. अतुल गर्ग विधायक थे। गर्ग ने लोकसभा चुनाव में गाजियाबाद लोकसभा सीट पर जीत हासिल की थी।
मझवां विधानसभा सीट - यहां से निषाद पार्टी के डॉ. विनोद कुमार विधायक थे। लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने भाजपा के टिकट से भदोही लोकसभा सीट पर जीत दर्ज की थी।
मीरापुर विधानसभा सीट - इस सीट पर पहले रालोद पार्टी से चंदन चौहान विधायक थे। बाद में लोकसभा चुनाव में उन्होंने बिजनौर लोकसभा सीट पर जीत हासिल की है।
मिल्कीपुर विधानसभा सीट - यहां से पहले समाजवादी पार्टी के अवधेश प्रसाद विधायक थे। जिन्होंने अब फैजाबाद लोकसभा सीट से जीत हासिल की है।
करहल विधानसभा सीट - इस सीट पर यूपी विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव विधायक थे। लोकसभा में उन्होंने कन्नौज सीट से जीत हासिल की है।
कटेहरी विधानसभा सीट - इस सीट पर पहले सपा के लालजी वर्मा विधायक थे। लेकिन बाद में लोकसभा चुनाव में उन्होंने अंबेडकर नगर सीट पर जीत दर्ज की है।
कुंदरकी विधानसभा सीट - यहां से जियाउर्रहमान बर्क विधायक रह चुके हैं। उन्होंने लोकसभा सीट में संभल सीट से जीत हासिल की है।
फूलपुर विधानसभा सीट - इस सीट पर पहले भाजपा से प्रवीण पटेल विधायक थे। जिन्होंने लोकसभा चुनाव में फूलपुर सीट से जीत हासिल की है।
खैर विधानसभा सीट - इस सीट से योगी सरकार के मंत्री और भाजपा नेता अनूप प्रधान वाल्मीकि विधायक थे। लोकसभा चुनाव में उन्होंने हाथरस लोकसभा सीट से जीत दर्ज की है।
सीसामऊ विधानसभा सीट - इस सीट से सपा विधायक इरफान सोलंकी के आपराधिक मामले में जेल जाने के बाद उनकी सदस्यता रद्द कर दी गई थी। इसके बाद से यह सीट खाली पड़ी है।