मध्यप्रदेश: जल संसाधन मंत्री सिलावट ने दाहोद डैम का किया निरीक्षण
- जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट रायसेन जिले के औबेदुल्लागंज जनपद में पहुंचे
- सिलावट ने दाहोद डैम का औचक निरीक्षण किया
- डैम के गेट बदलवाने तथा कैचमेंट एरिया से अतिक्रमण हटवाने के दिए निर्देश
डिजिटल डेस्क, भोपाल। जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट द्वारा रायसेन जिले के औबेदुल्लागंज जनपद में स्थित दाहोद डैम का औचक निरीक्षण किया गया। उन्होंने डैम की वर्तमान स्थिति, संग्रहित जल की मात्रा आदि के बारे में जानकारी लेते हुए दिशा-निर्देश दिए। दाहोद डैम की जल संग्रहण क्षमता 26.33 एमसीएम है तथा वर्तमान में इसमें 13 एमसीएम जल संग्रहित है। इस डैम से लगभग 2200 हैक्टेयर से अधिक भूमि सिंचित होती है। साथ ही औबेदुल्लागंज तथा मण्डीदीप नगरीय निकाय में पेयजल उपलब्ध कराया जाता है।
जल संसाधन मंत्री सिलावट द्वारा डैम के निरीक्षण के दौरान गेटों के जाम होने की समस्या संज्ञान में आने पर गेट बदलवाने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए। साथ ही रैलिंग की रिपेयर कराने, पिचिंग कार्य कराने तथा 800 मीटर सीसी रोड का निर्माण कराने के भी निर्देश अधिकारियों को दिए गए। उन्होंने डैम के कैचमेंट एरिया को अतिक्रमण मुक्त कराने के निर्देश एसडीएम तथा विभागीय अधिकारियों को दिए। जल संसाधन मंत्री सिलावट ने कहा कि वर्ष 2003 में प्रदेश में 6-7 लाख हैक्टेयर में सिंचाई होती थी तथा वर्तमान में लगभग 50 लाख हैक्टेयर में सिंचाई हो रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का लक्ष्य है कि वर्ष 2025 तक प्रदेश में 65 लाख हैक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई हो। इसके लिए लगातार काम किया जा रहा है। इस अवसर पर जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता आरडी अहिरवार, कार्यपालन यंत्री प्रतिभा सिंह, एसडीएम चन्द्रशेखर श्रीवास्तव सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
जल संसाधन मंत्री ने किया पौधरोपण
जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट द्वारा दाहोद डैम के निरीक्षण उपरांत एक पेड़ माँ के नाम अभियान अंतर्गत जामुन का पौधा रोपा। उन्होंने कहा कि तापमान में हो रही वृद्धि तथा पर्यावरण संरक्षण के लिए अधिक से अधिक पौधरोपण वर्तमान समय की महती आवश्यकता है। सभी नागरिक पौधरोपण करें तथा उनकी देखभाल और सुरक्षा भी करें। जिससे पौधे वृक्ष का आकार ले सकें।