भूमि अतिक्रमण: शव विच्छेदन गृह के साथ श्मशान भूमि की जमीन अतिक्रमण की चपेट में
- अतिक्रमणकारियों द्वारा ध्वस्त किये गए चबूतरे
- दबंगई और सम्पन्नता का प्रतीक बन गया है अतिक्रमण
- शमशान की र्दुदशा पर ग्रामीणों में आक्रोश
डिजिटल डेस्क, पन्ना। पन्ना जिले के मोहन्द्रा कस्बे में शासकीय जमीन में अतिक्रमण करना आम बात हो गई है। शासकीय जमीनों पर अतिक्रमण करना अब दबंगई और सम्पन्नता का प्रतीक बन गया है। कस्बे में चारों और करोड़ों रुपए की बेशकीमती जमीन अतिक्रमणकारियों की चपेट में है इससे शमशान घाट और शव विच्छेदन गृह भी अछूता नहीं हैं। मृत लोगों की याद में उनके परिजनों द्वारा बनाए गए स्मृति चबूतरे अतिक्रमणकारियों ने धीरे-धीरे खोदकर मिट्टी में मिला दिए जो एकमात्र चबूतरा बचा है वह भी इसका शिकार हो जायेगा।
अतिक्रमण रोकने के लिए राजस्व अमला निष्क्रिय साबित हो रहा है। एक पखवाडा पूर्व एक साथ दो लोगों का निधन हो गया तो पानी की टंकी के पास स्थित श्मशान घाट में जगह सकरी पड़ गई। अंत्येष्टि कार्यक्रम में आए ग्रामीणों ने शमशान की र्दुदशा पर आक्रोश प्रकट करते हुए कहा कि कम से कम शासन यहां तो अतिक्रमण होने से बचा ले। गौरतलब है कि पानी की टंकी के पास कस्बे का पोस्टमार्टम हाउस कुछ साल पहले तक दुर्घटनाओं में मृत हुए लोगों के पोस्टमार्टम हुआ करते थे। 7-8 साल तक लगातार डॉक्टर की गैर मौजूदगी के कारण यहां पोस्टमार्टम होना बंद होगा तो अतिक्रमणकारियों की काली नजर इस कमरे और उसके आसपास की जमीन पर पड़ गई।
स्थिति यह है कि पोस्टमार्टम के लिए चिकित्सक को को अंदर जाने तक रास्ता नहीं हैं। अतिक्रमणकारियों ने पोस्टमार्टम घर के बाहर कटीली झाडियों की बाड़ लगा रखी है। लोगों ने जिला कलेक्टर के अपेक्षा की है अतिक्रमणकारियों के विरूद्ध सख्त रवैया अपनाया जाये।