पेपर लीक: ईओयू की जांच रिपोर्ट में बड़ा खुलासा, बिहार शिक्षक भर्ती परीक्षा का पेपर हुआ था लीक

  • शिक्षा माफियाओं ने टीआरई 3 से पहले टीआरई 2 का पेपर लीक किया था।
  • परीक्षा में 1लाख 22 हजार अभ्यर्थी पास हुए थे।
  • टीआरई 2 की परीक्षा पिछले साल सात से 15 दिसंबर को हुई थी।

Bhaskar Hindi
Update: 2024-11-18 03:47 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आर्थिक आर्थिक अपराध इकाई की जांच रिपोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ है। ईओयू ने बताया कि बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित की गई दूसरे चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा का पेपर लीक हुआ था।

ईओयू जांच रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि पेपर विभिन्न जिलों तक गाड़ियों से पहुंचाने वाले चालक भोजपुर का शिवकांत सिंह ने लीक किया है। शिवकांत और राहुल परीक्षा से पहले पेपर को पटना से मोतिहारी लेकर पहुंचे थे। पुलिसिया पूछताछ में और जांच में सामने आया है कि टीआरई 2 का पेपर ट्रांस्पोटेंशन के दौरान लीक कराया गया था।

ईओयू ने टीआरई 3 पेपर लीक मामले में आरोप पत्र दायर कर दिए है। जबकि ईओयू ने बताया है कि तीसरे चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा यानि टीआरई 3 में पेपरलीक केस में अब तक 266 लोग गिरफ्तार हो चुके है। इसका पेपर 15 मार्च को लीक हुआ था। पेपरलीक की सुर्खियों के

चलते परीक्षा को कैंसिल कर दिया था। बाद में बीपीएससी ने परीक्षा को दोबारा से 19 से 22 जुलाई तक आयोजित की। नतीजे 15 नवंबर को घोषित हुए।

ईओयू ने अपनी रिपोर्ट में चौंकाने वाले खुलासे करते हुए बताया है कि टीआरई 2 का पेपर लीक किया था। शिक्षा माफियाओं ने इस पेपर को टीआरई 3 से पहले लीक किया था। बताया जा रहा है कि  टीआरई 2 परीक्षा में करीब एक लाख 22 हजार अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए थे। आपको बता दें ईओयू ने ये जांच रिपोर्ट बीते साल 7 से 15 दिसंबर को बीपीएससी की ओर से आयोजित की गई टीआरई 2 की परीक्षा में दाखिल की है। 

 

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