अस्पताल के हालात: स्ट्रेचर नहीं मिला, मरीज को पीठ पर लादकर ले जाने को मजबूर परिजन
- ग्राउंड फ्लोर पर आयुष्मान कार्ड
- दूसरी मंजिला से ग्राउंड फ्लोर पर मरीज को लाना पड़ा भारी
- अस्थि रोग वार्ड में व्हील चेयर और स्ट्रेचर नहीं
डिजिटल डेस्क,छिंदवाड़ा।मध्यप्रदेश में छिंदवाड़ा मेडिकल कॉलेज से संबद्ध जिला अस्पताल के अस्थि रोग वार्ड में भर्ती एक पेशेंट के लिए व्हील चेयर और स्ट्रेचर नहीं मिला। परिजन पीठ पर लादकर पेशेंट को आयुष्मान कार्ड बनाने ग्राउंड फ्लोर तक ले गए। मरीज को पीठ पर ले जाते अस्पताल स्टाफ ने भी देखा, पर सभी ने नजर अंदाज कर दिया। जिला अस्पताल में स्टे्रचर और व्हील चेयर पर्याप्त होने के बाद भी भर्ती मरीजों को समय पर इनकी सुविधाएं नहीं मिल रही है।
रविशंकर सल्लाम ने बताया कि उसके दोस्त के पिता पैर की हड्डी टूटने की वजह से अस्पताल की दूसरी मंजिल स्थित अस्थि रोग वार्ड में भर्ती है। सोमवार को उन्हें आयुष्मान कार्ड बनाने प्रथम तल तक ले जाना था। वार्ड में स्ट्रेचर और व्हील चेयर की सुविधा न मिलने पर उन्हें पीठ पर लादकर आयुष्मान सेंटर तक ले जाना पड़ा। इस तरह के हालात जिला अस्पताल में अक्सर देखने को मिलते है।
हर वार्ड में स्ट्रेचर फिर भी पेशेंट परेशान-
जिला अस्पताल की पांच मंजिला इमारत में २८ वार्ड संचालित हो रहे है। प्रबंधन द्वारा हर वार्ड में तीन से चार स्ट्रेचर और एक व्हील चेयर दी गई है। इसके बाद भी मरीज स्ट्रेचर के लिए यहां-वहां भटकते देखे जा सकते हैे।
इमरजेंसी यूनिट की दयनीय स्थिति
इमरजेंसी यूनिट में मरीजों का तांता लगा होता है। प्राथमिक इलाज के बाद मरीजों को वार्ड तक शिफ्ट करने यहां स्ट्रेचर तो मिल जाता है, लेकिन वार्ड बॉय साथ नहीं होते। परिजनों को फ्लोर और वार्ड बताकर भेज दिया जाता है। ऐसे में मरीज के परिजन स्टे्रचर खींचकर वार्ड तक जाते है।
सीएस ने इंचार्ज सिस्टर से पूछा क्या है कमियां
इधर सोमवार को सिविल सर्जन डॉ.एमके सोनिया ने सभी वार्ड इंचार्जों की बैठक लेकर निर्देश दिए कि मरीजों को किसी तरह की दिक्कत नहीं होनी चाहिए। इस दौरान उन्होंने सभी इंचार्ज से वार्ड में स्ट्रेचर समेत जिस भी संसाधन की कमी है उनकी लिस्ट बनाकर देने कहा है, ताकि वार्डों में भर्ती मरीजों को बेहतर इलाज के साथ सुविधा उपलब्ध कराई जा सके।