सांप्रदायिक सौहार्द की मिशाल: उज्जैन के विकास में न हो कोई बाधा, नागरिकों ने 18 धार्मिक स्थलों को आपसी सामंजस्य से हटाया

  • उज्जैन ने सांप्रदायिक सौहार्द का अनूठा उदाहरण प्रस्तुत किया
  • सभी धर्मों के 18 धार्मिक स्थल एवं निजी भवन को हटवाया
  • धार्मिक भावना आहत न हो इसका रखा गया विशेष ध्यान

Bhaskar Hindi
Update: 2024-05-24 15:51 GMT

डिजिटल डेस्क, उज्जैन। दुनिया में महाकाल ज्योर्तिलिंग से प्रसिद्ध, मध्यप्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन ने सांप्रदायिक सौहार्द का अनूठा उदाहरण प्रस्तुत किया है। शहर में विकास की द्ष्टि से कोई बाधा न हो, इसके लिए सभी धर्मों के नागरिकों ने आपसी तालमेल और समन्वय से जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए जिला प्रशासन को सहयोग प्रदान किया। दरअसल उज्जैन शहर के केडी मार्ग के चौडीकरण का कार्य प्रगति पर है, मार्ग में सभी धर्मों के 18 धार्मिक स्थल एवं निजी भवन विकास में बाधा बन रहे थे, जिन्हें नागरिकों के आपसी सामंजस्य, समन्वय व स्वेच्छा से शांतिपूर्वक हटाया गया है। धार्मिक स्थलों को लोगों द्वारा स्वेच्छा से हटाना विकास की दिशा में सांप्रदायिक सौहार्द का उल्लेखनीय उदाहरण प्रस्तुत करता हैं।

18 धार्मिक स्थलों को प्रशासन ने हटाया

उज्जैन जिला प्रशासन, पुलिस एवं नगर निगम की संयुक्त टीम द्वारा गुरुवार और शुक्रवार को केडी गेट तिराहें से तीन इमली चौराहे के जद में आने वाले 18 धार्मिक स्थलों को जनसहयोग से शांतिपूर्वक ढंग से हटाने की कार्रवाई की गई हैं। जिसमें धार्मिक स्थलों के व्यवस्थापकों , पुजारियों और लोगों द्वारा भी सहयोग किया गया। 18 धार्मिक स्थलों में 15 मंदिर, 2 मस्जिद, एक मजार हैं, जिन्हें पीछे करने और अन्यत्र स्थापित करने की कार्यवाही की गई हैं। हटाई गई प्रतिमाओं को प्रशासन द्वारा धार्मिक स्थलों के व्यवस्थापकों द्वारा बताए गए निर्धारित स्थान पर विधि विधान से स्थापित किया गया। साथ ही 20 से अधिक भवन जिनका गलियारा आगे बढ़ा लिया गया था। ऐसे भवनों के उस हिस्से को भी भवन स्वामियों द्वारा स्वेच्छा से तोड़ने की कार्यवाही की गई।

 

धार्मिक भावना आहत न हो इसका रखा गया विशेष ध्यान

जिला प्रशासन के निर्देशानुसार धार्मिक स्थलों को हटाने से पूर्व और दौरान प्रत्येक संप्रदाय के व्यस्थापकों और प्रमुख लोगों से चर्चा की गई और समन्वय स्थापित किया गया। कलेक्टर श्री सिंह के निर्देशानुसार किसी भी संप्रदाय की धार्मिक भावना आहत न हो इस बात का विशेष ध्यान रखा गया।

 

प्रशासन, पुलिस और नगर निगम के अमले ने निभाई सक्रिय भूमिका

केडी मार्ग के विकास के लिए विभिन्न धार्मिक संप्रदाय न केवल आगे आए बल्कि उन्होंने स्वयं अपने धार्मिक स्थलों को हटाने में सहयोग किया। जिला प्रशासन द्वारा भी विभिन्न धार्मिक संप्रदायों से आपसी सामंजस्य और समन्वय बनाने में सक्रिय भूमिका निभाई गई। कलेक्टर उज्जैन श्री नीरज कुमार सिंह और पुलिस अधीक्षक श्री प्रदीप शर्मा द्वारा लगातार कार्यों की मॉनिटरिंग की गई। कलेक्टर व एसपी के मार्गदर्शन में निगम आयुक्त श्री आशीष पाठक, एडीएम श्री अनुकूल जैन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री जयंत सिंह राठौर सहित अन्य अधिकारियों द्वारा विभिन्न धार्मिक संगठनों से समन्वय और सामंजस्य में सक्रिय भूमिका निभाई गई। लगभग डेढ़ किलोमीटर लंबे केडी मार्ग के लिए विभिन्न सेक्टर्स में कार्यपालिक मेजिस्ट्रेट्स की ड्यूटी लगाई गई। प्रशासन पुलिस एवं नगर निगम का अमला भी मुस्तैद रहा।




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