3 दिवसीय पुस्तक मेला: पुस्तक मेले में छूट को लेकर अभिभावक संघ पदाधिकारी-दुकानदार आपस में भिड़े
- तीन दिवसीय पुस्तक मेले का समापन
- पुस्तक मेले में झड़प
- मामला शिकायत तक पहुंचा
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। मध्यप्रदेश में छिंदवाड़ा के एमएलबी स्कूल में लगे तीन दिवसीय पुस्तक मेले का समापन सोमवार को हो गया। मेले के अंतिम दिन अभिभावक संघ के अध्यक्ष राजेश जैन और महाकौशल बुक डिपो के संचालक के बीच खरीदी गई कॉपी-किताबों में छूट को लेकर विवाद हुआ। जिसके बाद मामला गरमा गया था जहां दोनों पक्षों ने एकदूसरे पर आरोप लगाए।
देर शाम तक मामला शिकवा शिकायतों तक पहुंच गया और दोनों ही ओर से इस मामले में शिकायत की गई। वहीं देर रात मामला कोतवाली पहुंचा जहां राजेश जैन ने पुलिस को शिकायत की है। वहीं जानकारी है कि शिक्षा विभाग की ओर से भी इस मामले में जांच कर वरिष्ठ अधिकारियों को सौंपा जाएगा। अब देखना यह है कि पुस्तक मेले में हुए विवाद में आगे क्या कार्रवाई होती है।
यह है मामला: अभिभावक संघ के जिलाध्यक्ष राजेश जैन का आरोप है कि उन्होंने पुस्तक मेले के दौरान अपने बच्चे के लिए पुस्तक लेने गए थे जहां पर छूट का प्रतिशत बढ़ाने के लिए कहने पर पुस्तक विक्रेता संजय कौशल को कहा जिससे वह भड़क गए। इसके बाद जब बिल मांगा गया तो दूसरी फर्म का बिल थमा दिया गया। इस मामले में पुस्तक विक्रेता सहित अन्य दुकानदारों ने कलेक्टर को सौंपे गए ज्ञापन में बताया कि महाकौशल बुक डिपो को कक्ष क्रमांक २२ में काउंटर आवंटन हुआ था। सोमवार दोपहर दो बजे के आसपास राजेश जैन पुस्तक कॉपियां खरीदी जिसके बाद शासन के निर्धारित पांच प्रतिशत डिस्काउंट देने की बात कहीं गई। लेकिन बात से वह नाराज हो गए और ४० प्रतिशत डिस्काउंट देने का दबाव बनाने लगे और डराया धमकाया।
तीन दिन में पहुंचे आठ हजार से ज्यादा अभिभावक
11 मई से शुरू हुए तीन दिवसीय पुस्तक मेले का समापन सोमवार 13 मई को हुआ। शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि मेले में स्टेशनरी एवं यूनिफॉर्म के विक्रेताओं द्वारा 5 से 50 प्रतिशत तक निर्धारित मापदंड की छूट दी गई। पालकों द्वारा इस छूट का लाभ लिया गया। डीईओ जीएस बघेल एवं सहायक संचालक द्वारा प्रत्येक काउंटर का निरीक्षण किया गया और पालकों से चर्चा की गई। मेले में स्काउट, रेडक्रास के द्वारा सक्रिय सहयोग प्रदान किया गया। डीईओ श्री बघेल ने बताया कि तीन दिवसीय मेले में पालकों, बच्चों एवं अभिभावकों की संख्या लगभग 8548 रही। मेले स्थल पर अभिभावकों की शिकायत के निराकरण के लिये शिकायत कक्ष तथा कंट्रोल रूम बनाया गया, जिसमें प्राप्त शिकायतों को तत्काल निराकरण किया गया।