कव्वाली कोरोना वाली : हजारों संग महफिल सजी , सांसद जलील पर की गई नोटों की वर्षा
कव्वाली कोरोना वाली : हजारों संग महफिल सजी , सांसद जलील पर की गई नोटों की वर्षा
- दौलताबाद के फार्म हाउस पर आयोजित कार्यक्रम में उड़ीं नियमों की धज्जियां
डिजिटल डेस्क, औरंगाबाद । श्रम उपायुक्त के साथ दुर्व्यवहार करने के आराेपों के बाद एमआईएम सांसद इम्तियाज जलील अब नए मामले में फंस गए हैं। मनपा के पूर्व गुट नेता नासेर सिद्दीकी की ओर से वन वाइस-वन मजलिस नामक सोशल मीडिया वेबसाइट के सदस्यों के लिए दौलताबाद के अंबर फार्म हाउस में सजाई गई कव्वाली की महफिल में कोराेना नियमों की सरेआम धज्जियां उड़ाई गईं। मुंह पर मास्क नहीं लगाते हुए जोरदार ठुमकेबाजी की गई। यही नहीं, अतिउत्साही सदस्यों ने सांसद जलील पर नोटों की बरसात भी की। दौलताबाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर कार्यक्रम बंद करवाया। बाद में एमआईएम के 60 लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत अपराध दर्ज किया गया।
डेल्टा प्लस संक्रमण का खतरा रोकने के लिए जिले में 29 जून से पाबंदियां लगाने के साथ ही शनिवार और रविवार को बाजार बंद रखे जा रहे हैं। ऐसे में दौलताबाद के एक फार्म हाउस पर शनिवार रात नागरिकों की उपस्थिति में सजाई गई कव्वाली महफिल में प्रमुख अतिथि के रूप में एमआईएम सांसद इम्तियाज जलील के रात 10 बजे शिरकत करने से रंग चढ़ गया। कार्यकर्ताओं ने दो गज की दूरियों के नियमों का सरेआम उल्लंघन किया। किसी ने मास्क भी नहीं पहना था। महफिल मध्यरात देर तक सजी रही। अतिउत्साही कार्यकर्ताओं ने सांसद जलील और अन्य मान्यवरों पर नोटों की बरसात भी की।
और पुलिस पहुंच गई घटनास्थल पर
कड़े निर्बंधों के बीच कव्वाली कार्यक्रम शुरू होने की जानकारी मिलते ही दौलताबाद पुुलिस थाने की निरीक्षक राजश्री आड़े मातहतों सहित तत्काल मौके पर पहुंची और कार्यक्रम बंद करवा दिया। इस बारे में दौलताबाद पुलिस थाने में कार्यक्रम के आयोजक साेहेल जक्कीउद्दीन, मनपा के पूर्व गुट नेता नासिर सिद्दीकी, समीर साजेद बिल्डर, ताजोद्दीन शेख, रफीक खान कलीम खान समेत करीब ६० लोगों के खिलाफ 188, 269, 270 व भादंसं की धाराओं के तहत अपराध दर्ज किया गया। महफिल में कौन-कौन शामिल थे, इसकी सघन जांच पुलिस कर रही है।
यह क्या हो रहा है पर्यटन नगरी में?
शहर में खुले आम कव्वाली की महफिलें सजा कर कोरोना पाबंदियों की सरेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। इसमें जनप्रतिनिधि सांसद जलील का हिस्सा लेना शर्मसार है। सवाल है कि क्या आम आदमी को चालान काटकर सता रहे जिलाधिकारी सुनील चव्हाण व पुलिस आयुक्त संज्ञान लेंगे? ऐसा नहीं हुआ तो इसके विरोध में मनसे मैदान में उतरेगी। - सुहास दाशरथे, मनसे जिलाध्यक्ष