रेलवे में नकली पानी का भंडाफोड़, नागपुर के यात्रियों ने पेट्रीकार स्टाफ को पकड़ा रंगेहाथ
रेलवे में नकली पानी का भंडाफोड़, नागपुर के यात्रियों ने पेट्रीकार स्टाफ को पकड़ा रंगेहाथ
डिजिटल डेस्क, नागपुर। ग्रीष्म शुरू होते ही ट्रेनों में नकली पानी का कारोबार भी शुरू हो गया है। मंगलवार को इसी तरह एक एक्सप्रेस में कुछ यात्रियों ने इसका भंडाफोड़ किया। पोल तब खुली जब पेंट्रीकार स्टाफ पानी बेच रहा था। दरअसल, उसके द्वारा बेची गई बोतल का स्टीकर नीला व ढक्कन हरा था। ऐसे में यात्रियों को सारा मांजरा समझ में आ गया। तुरंत 15 से 20 यात्री पेंट्रीकार में पहुंचे, जहां तनाव का माहौल बनने पर बताया गया कि, पेन्ट्रीकार स्टाफ ने चैन पुलिंग कर नकली बोतलों का बॉक्स बाहर फेंक दिया। जैसे-तैसे पुलिस भी पहुंची, लेकिन वह भी पेन्ट्रीकार स्टाफ के फेवर में रहने की बात यात्री बता रहे हैं। ऐसे में यात्रियों ने शिकायत पुस्तिका में शिकायत दर्ज कराई। सभी यात्री नागपुर के थे, तीर्थस्थल से वापसी लौट रहे थे।
यह था मामला
ट्रेन में सफर करनेवाले यात्री अमर नागपाल ने बताया कि, काशी विश्वनाथ से नागपुर लौट रहे थे। ट्रेन नंबर 12792 दानापुर-सिकंदराबाद एक्सप्रेस में बी-3 में वे सफर कर रहे थे। उनके ग्रुप में 15 से ज्यादा सदस्य थे। ऐसे में सोमवार की शाम को गाड़ी बनारस के पास थी। तब कोच में पेन्ट्रीकार का स्टाफ पानी बेचने के लिए पहुंचा । 15 रुपये देकर यात्री राजेश केवलरमानी ने पानी खरीदा। इसी तरह अन्य एक यात्री ने भी पानी खरीदा। लेकिन मिनरल के नाम पर बेचे जानेवाला पानी सामान्य पानी होने का पता तब चला जब एक नीले लेबल वाली बोतल का ढक्कन हरा था। यात्रियों द्वारा पूछताछ करने पर स्टाफ ने पेन्ट्रीकार से पानी लाने की बात कही, जिसके बाद बड़ी संख्या मे यात्री पेन्ट्रीकार मैनेजर से मिलने गये, लेकिन पेन्ट्रीकार मैनेजर किसी तरह मानने को तैयार नहीं रहने से तनावपूर्ण माहौल बन गया था। इस बीच किसी ने चैन पुलिंग कर नकली पानी बोतल का पूरा बॉक्स ही बाहर फेंक दिया। गाड़ी बनारस के आगे बीच में ही रूकने से रेल पुलिस भी वहां पहुंची, लेकिन यात्रियों का आरोप है, कि पुलिस द्वारा कोई सहयोग नहीं किया गया। ऐसे में शिकायत पुस्तिका पर यात्रियों ने नकली पानी की शिकायत कर दी।
नकली पानी बेचने का गिरोह भी सक्रिय
गर्मियों में शादी-ब्याह समारोह रहने व बच्चों की छुटि्टयां लगने से ट्रेन में यात्रियों की संख्या बढ़ जाती है। खाने से ज्यादा हर स्टेशन पर यात्रियों को पानी की जरूरत रहती है। ऐसे में पानी की बिक्री बड़ी संख्या में होती रहती है। लेकिन इसी का फायदा कुछ अपराधिक प्रवृत्ति के लोग उठाते हैं, दरअसल लोगों द्वारा यूज की बोतलों में सामान्य पानी भरकर इसे सील किया जाता है। ऐसा मामला नागपुर स्टेशन पर भी सामने आया था। उपरोक्त मामले को देखने पर इस बार भी इस तरह के गिरोह सक्रिय होने से इनकार नहीं किया जा सकता।