मेहरबानी: न होर्डिंग्स के अवैध स्ट्रक्चर हटे, न पैसे वसूल पाए

  • तीन दिन में 13 लाख 82 हजार जमा कराने का नोटिस
  • नोटिस देकर हाथ पर हाथ धरे बैठे नगर पालिका के जिम्मेदार
  • 16 माह तक चला फोकट प्रचार

Bhaskar Hindi
Update: 2024-08-10 03:41 GMT

डिजिटल डेस्क, सिवनी। सिवनी जिला मुख्यालय में मप्र आउटडोर विज्ञापन मीडिया नियम 2017 की जमकर धज्जियां उडऩे के बावजूद नगर पालिका के जिम्मेदार हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं। इस मामले में जिला प्रशासन भी गंभीरता नहीं दिखा रहा है। आलम यह है कि होर्डिंग व आउटडोर डिजिटल स्क्रीन पर प्रचार-प्रसार करने वालों को 7 जून को तीन दिन में 13 लाख 82 हजार 240 रुपए जमा कराने का नोटिस देकर नगर पालिका के जिम्मेदार भूल गए हैं। केवल आउटडोर डिजिटल स्क्रीन पर प्रचार-प्रसार करने वाले छिंदवाड़ा निवासी अनिमेष दुबे द्वारा ही 60 हजार रुपए जमा कराए गए हैं, जबकि उन्हें 12 प्रतिशत ब्याज सहित 1 लाख 46 हजार 822 रुपए जमा कराने का नोटिस थमाया गया था। अन्य ने 60 दिन बीतने के बावजूद नगर पालिका में एक रुपया भी जमा कराने की जहमत नहीं उठाई है। दो माह होने के बावजूद नगर पालिका के अधिकारी व होर्डिंग शाखा का अमला कुछ करता नजर नहीं आ रहा है। होर्डिंग शाखा में तो भर्राशाही का आलम ऐसा है कि मई माह में सीएमओ आरके कुर्वेती द्वारा निर्देश दिए जाने के बाद भी अब तक शहर में जगह-जगह नियमों की धज्जियां उड़ाकर ताने गए अवैध होर्डिंग्स के स्ट्रक्चर तक नहीं हटाए गए हैं।

16 माह तक चला फोकट प्रचार

नगर पालिका ने तीन एजेंसियों को शहर में कुल 29 होर्डिंग लगाने का काम दिया था। तीनों एजेंसियों की टेण्डर अवधि जनवरी 2023 में ही खत्म हो गई थी, लेकिन आश्चर्यजनक तरीके से विज्ञापन बुक कर होर्डिंग्स पर सजते रहे। मुंबई के घाटकोपर में इसी साल 23 मई को विशाल यूनिपोल गिरने की घटना में 15 लोगों की मौत हुई थी। इसके बाद सिर्फ दैनिक भास्कर ने 21 मई को प्रमुखता से खबर प्रकाशित कर सामने लाया था कि शहर में अवैध तरीके से जगह-जगह होर्डिंग लगाए गए हैं। इसके पश्चात यह भी उजागर हुआ था कि जिला मुख्यालय में 16 महीने से अवैध तरीके से होर्डिंग्स पर विज्ञापन सजाए जा रहे हैं। हरकत में आए नगर पालिका प्रशासन ने इटारसी की त्रिशा टेडर्स के ऋषिराज भारद्वाज को 3 लाख 86 हजार 87 रुपए, पलक इंटरप्राइजेज के नितिन भार्गव को 5 लाख 23 हजार 388 रुपए तथा महेश ट्रेडर्स को 63 हजार 801 रुपए जमा कराने का नोटिस दिया गया था। नोटिस दिए जाने के दो माह बाद भी इनके द्वारा नगर पालिका के खजाने में एक रुपए भी जमा नहीं कराए गए हैं।

अनुमति देकर पैसा लेना ही भूले

नगर पालिका के अधिकारियों-कर्मचारियों की कार्यप्रणाली आउटडोर डिजिटल स्क्रीन पर प्रचार के लिए दिए गए काम से भी सामने आती है। नगर पालिका ने गौतम रजक नामक व्यक्ति को 22 जुलाई 2021 से 21 जुलाई 2024 तक तीन साल की अवधि के लिए छिंदवाड़ा चौक, सोमवारी चौक तथा बड़ी ज्यारत के सामने आउटडोर डिजिटल स्क्रीन लगाकर विज्ञापन करने की अनुमति प्रदान की थी। इसी तरह छिंदवाड़ा निवासी अनिमेष दुबे को 14 नवंबर 2020 से ईश्वर कॉम्पलेक्स बाहुबली चौक, 6 जुलाई 2021 से नगर पालिका चौक तथा 9 सितंबर 2021 से छिंदवाड़ा चौक पर डिजिटल स्क्रीन से विज्ञापन की अनुमति दी गई थी। दोनों को अनुमति देने के बाद नगर पालिका की होर्डिंग शाखा भूल गई और शहर में आउटडोर डिजिटल स्क्रीन पर फोकट प्रचार होता रहा। जून माह में होर्डिंग के साथ नगर पालिका को आउटडोर डिजिटल स्क्रीन की याद आई। छिंदवाड़ा निवासी अनिमेष दुबे को 12 प्रतिशत ब्याज सहित 1 लाख 46 हजार 822 रुपए व गौतम रजक को 12 प्रतिशत ब्याज सहित 78 हजार 127 रुपए तीन दिन में जमा कराने का नोटिस जारी किया गया। जानकारी के अनुसार दुबे ने केवल 60 हजार रुपए जमा कराए हैं और शेष राशि के लिए समय मांगा है, लेकिन रजक ने अब तक कोई राशि नगर पालिका के खजाने में जमा नहीं कराई है।

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