नगरीय बजट: सीवरेज, स्वच्छता, स्ट्रीट लाइट को लेकर बिफरे पार्षद, महापौर से पूछे सवाल, हंगामे के बीच 283 करोड़ का बजट प्रस्ताव पारित
- नगर निगम सभागृह में हुई परिषद की बैठक
- भाजपा पार्षदों ने बजट को लेकर महापौर को घेरा
- विकास कार्यो को प्रभावित करने का आरोप
- स्वच्छता में गिरी ग्रेडिंग को भी बनाया मुद्दा
डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा में सीवरेज स्वच्छता और शहर की स्ट्रीट लाइट व्यवस्था को लेकर शुक्रवार को पार्षदों ने जमकर हंगामा मचाया। स्वच्छता में गिरी ग्रेडिंग और शहर के विकास कार्यों को प्रभावित करने का आरोप कांग्रेस परिषद पर लगाते हुए भाजपा पार्षदों ने महापौर से जवाब मांगा। महीनों बाद हुई परिषद की हंगामेदार बैठक के बीच वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए 283 करोड़ का बजट प्रस्तावित किया गया।
अगले वित्तीय वर्ष के बजट को लेकर शुक्रवार को नगर निगम सभागृह में परिषद की बैठक आयोजित की गई थी। नगर निगम अध्यक्ष धर्मेंद्र सोनू मागो की अध्यक्षता में हुई बैठक में सबसे पहले पार्षदों ने शहर की सफाई व्यवस्था, गिरी स्वच्छता ग्रेडिंग और सीवरेज की वजह से बरबाद हो रही सडक़ों के मुद्दे पर परिषद को घेरा। इसके बाद पार्षदों ने शहर में कभी भी स्ट्रीट लाइट बंद होने की बात कहीं। शहर के विकास से जुड़े मुद्दों पर हंगामा मचाते हुए भाजपा पार्षदों ने महापौर व अध्यक्ष पर विकास कार्यों को प्रभावित करने का आरोप लगाया। पार्षदों का कहना था कि स्वास्थ्य विभाग का प्रभार खुद महापौर विक्रम अहके के पास है उसके बाद भी स्वच्छता सर्वेक्षण कही ग्रेडिंग में छिंदवाड़ा नगर निगम 54वें पायदान पर पहुंच गई है। बैठक में सभी नगर निगम महापौर श्रीअहके, सभी विभागों के सभापति सहित सत्ता और विपक्ष के पार्षद व प्रभारी कमिश्नर केसी बोपचे, उपायुक्त कमलेश निरगुडक़र मौजूद थे।
ये मुद्दे छाए बैठक में
शहर विकास: पार्षद दिवाकर सदारंग ने सवाल उठाया कि 2023-24 के बजट में 235 करोड़ का था। जिसमें से 117 करोड़ शहर विकास पर खर्च होने थे, महापौर बताएं कि शहर विकास पर कितना पैसा खर्च किया गया है।
सीवरेज भुगतान: भाजपा पार्षद संदीप चौहान ने कहा कि सीवरेज की वजह से शहर की सडक़े बरबाद हो गई है। कंपनी नियमानुसार कार्य नहीं कर रही है। अधिकारी कंपनी के भुगतान पर तुरंत रोक लगाए और नियमानुसार काम करवाएं।
ट्रांसपोर्ट नगर: भाजपा पार्षदों का कहना था कि आपकी सरकार ने पिछले बजट में ट्रांसपोर्ट नगर का वादा किया था, लेकिन आज ये प्रोजेक्ट अमल में नहीं लाया जा सका। जबकि जमीन आवंटन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है।
ई-लाईब्रेरी-भरतादेव: शहर में ई-लाईब्रेरी और भरतादेव पार्क के डेवलपमेंट का झुंझुना भी आपकी सरकार ने पकड़ाया था, लेकिन इसके बाद भी इसमें से एक प्रोजेक्ट आज तक शुरु नहीं हो पाया है।
ये पूछे सवाल
-सार्वजनिक स्थानों पर 139 पोल होर्डिंग लग रहे हैं। इसके लिए ठेका कब हुआ, ठेके की शर्तें क्या थी और कितना पैसा जमा ये बताया जाए।
- घर-घर जन्म मृत्यू प्रमाणपत्र पहुंचाने की योजना थी नगर सरकार बताएं कि कितने घरों में जन्म मृत्यू प्रमाणपत्र पहुंचाए गए हैं।
- एनयूएलएम योजना के तहत 1 हजार गरीबों को प्रशिक्षण देना था, बताएं कि कितने गरीबों को प्रशिक्षण प्रदान किया गया हैै।