मध्यप्रदेश: वृद्धा पेंशन निकालने पटनातमोली आई बुजुर्ग महिला को अज्ञात वाहन ने मारी ठोकर
- सलेहा अस्पताल की चौखट में उपचार के लिए घंटो तडपी महिला की हुई मौत
- अस्पताल पहुंचे परिजन व मृत बुजुर्ग महिला का शव
- प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सलेहा
मडिजिटल डेस्क, पन्ना। सरकार द्वारा गरीबों को समय और बेहतर उपचार दिए जाने को लेकर बडे-बडे दावे किए जा रहे है मरीजों को मौत के बचाने के लिए सरकार द्वारा एम्बूलेंस की व्यवस्था भी शुरू की जा चुकी है किन्तु धरातल पर शासन द्वारा किए जाने वाले दावों की हकीकत कुछ और सामने आ रही है। आपातकालीन स्थिति में भी जरूरत पडने पर गरीबो को न तो सरकारी वाहन मिल पा रहा है और न ही उपचार करने वाले चिकित्सक और कर्मचारी। स्वास्थ्य सेवाओं और व्यवस्थाओं की बदहाली और इसके चलते दर्दभरी घटना आज सलेहा स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की दहलीज पर देखने को मिली। जहां पर अज्ञात वाहन की ठोकर से घायल हुई ७० वर्षीय महिला उपचार के लिए अस्पताल की चौखट में घंटा भर से अधिक समय तक तपडती रही और अंतत: उपचार के अभाव में महिला की मौत हो गई।
पूरा घटनाक्रम जिस रूप में सामने आया वह जिम्मेदारो की मानवता पर भी बडा सवाल बनकर उभरा है। दरसल जो पूरा घटनाक्रम सामने आया है उसके मुताबिक सलेहा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम बंधौरा की 70 वर्षीय बुजुर्ग आदिवासी महिला गोपी बाई पति हीरा आदिवासी अपनी बहू सेवकली को लेकर बंधौरा से पांच किलोमीटर दूर स्थित ग्राम पटनातमोली में खुले कियोस्क बैंक से वृद्धा/ बेवा पेंशन निकालने के लिए पटनातमोली आई जहां पर कियोस्क बैंक पहुंचकर उसने अपनी पेंशन निकलवायी दोपहर 12:15 के आसपास वह घर जाने के लिए सलेहा-पवई मार्ग स्थित छिजौरा मोड पर वाहन का इंतजार कर रही थी उसी दौरान एक अज्ञात वाहन द्वारा वृद्धा को ठोकर मार दी जिससे महिला घायल होकर जमीन में गिर पडी किन्तु महिला को अस्पताल तक पहुंचाने के लिए एक एम्बूलेंस की व्यवस्था नहीं हो सकी।
बहू सिवकली अपनी सास को बचाने के लिए एक आटो वाले से मिन्नत करके उसकी आटो से किसी तरह से सास को लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सलेहा सामने तक पहुंची जहां पर आटो चालक द्वारा घायल बुजुर्ग महिला को अस्पताल की दहलीज पर उतार दिया और चला गया इसके बाद बुजुर्ग महिला को अस्पताल के अंदर ले जाने और प्राथमिक उपचार को लेेकर भी अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मचारी की ओर से किसी भी प्रकार की मदद मिली और घायल बुजुर्ग महिला दर्द से कराहते हुए लगातार तडपती रही। थक हार कर बहू सिवकली घायल सास को अस्पताल की दहलीज पर छोडकर अस्पताल के अंदर दाखिल हुई और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों से सास के इलाज को लेकर मिन्नत की गई तब कहीं अस्पताल में पदस्थ चौकीदार अस्पताल के बाहर आया जो कि मरहम पट्टी करके दर्द से कराहती महिला को बाहर ही छोडकर चला गया। बताते है कि अस्पताल में एक ही चिकित्सक पदस्थ है जो कि अस्पताल में उपलब्ध नही थे और इसी स्थिति में पैरामेडिकल स्टॉफ की जिम्मेदारी बनती थी कि घायल बुजुर्ग महिला का प्राथमिक उपचार करते हुए उसे रेफकर एम्बूलेंस से जिला चिकित्सासलय भेजा जाता किन्तु घंटो तक पैरामेडिकल और सपोटिंग स्टाफ अस्पताल केे अंदर मौजूद रहकर तमाशबीन बना रहा और अंतत: दोपहर २ बजे घायल वृद्धा बेवा आदिवासी महिला ने अस्पताल की चौखट पर ही दम तोड दिया।
वृद्धा की मौत के घटनाक्रम की जानकारी पर अस्पताल पहुंचे विधायक जताई नाराजगी
सलेहा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के सामने दुर्घटना में घायल वृद्धा महिला को उपचार नहीं मिलने और उसकी अस्पताल की दहलीज में मौत की जानकारी लगने पर काफी संख्या में लोगों की अस्पताल के सामने भीड़ जमा हो गई। बुजुर्ग महिला की दुर्घटना के बाद अस्पताल के सामने हुई मौत की जानकारी सलेहा में भाजपा की मण्डल स्तरीय बैठक में शामिल होने आए स्थानीय विधायक राजेश वर्मा को लगी जिसके बाद विधायक राजेश वर्मा भाजपा सलेहा मण्डल के स्थानीय नेताओं व कार्यकर्ताओं के साथ सलेहा अस्पताल पहुंच गए। जहां पर उन्होंने पूरे घटनाक्रम पर अपनी नारजगी जताई तथा अस्पताल की अव्यवस्थाओ और वृद्धा की मौत से जुडे घटनाक्रम की जानकारी दी गई तथा वृद्धा महिला के शव को उसके गांव तक पहुंचाने के लिए स्वास्थ्य प्रबंधन और थाना प्रभारी से बातचीत की गई और इसके बाद विधायक तथा भाजपा के नेता वहां से चले गए किन्तु इसके बावजूद वृद्धा महिला के पोस्टमार्टम करवाने एवं शव को उसके गांव भिजवाने के लिए अस्पताल अथवा पुलिस की ओर से किसी भी प्रकार की कार्यवाही घंटो तक नहीं हुई। घटना की जानकारी मृत वृद्धा के गांव तक पहुंची जिसके बाद बघौरा से आटो से आए वृद्धा के परिजन वृद्धा के शव को बघौरा ले गए।
वृद्धा का शव अस्पताल से जब गांव पहुंच गया तब पहुंची सलेहा से पुलिस
गांव की आटो से परिजन मृत वृद्धा का शव गांव लेकर पहुंचे और उसके अंतिम संस्कार की तैयारियां शुरू की तब सलेहा थाने की पुलिस बंधौरा पहुंची और पुलिस द्वारा दुर्घटना पर मृत वृद्धा के शव का पोस्टमार्टम करवाने की बात कही गई बताया जाता है इस पर परिजनों और गांव के लोगों ने असहमति जताते हुए मृतिका के अंतिम संस्कार की बात कही । परिजनों के जब इंकार किया तो पहुंची पुलिस वापिस लौट आई। जानकारी के अनुसार मृत वृद्धा का उसके परिजनों और गांव वालों द्वारा अंतिम संस्कार किया जा चुका है।
इनका कहना है
वृद्धा महिला के दुर्घटनाग्रस्त होने पर और अस्पताल में उसकी मौत होने और इसके बाद परिजनो द्वारा मृतिका के शव को गांव तक ले जाने की जानकारी पर पुलिस स्टाफ बंधौरा गांव भेजा गया था जहां पर मृतिका के परिजनो से उसके पोस्टमार्टम को लेकर बातचीत की गई तो उनके द्वारा इंकार कर दिया जिसके बाद पुलिस द्वारा उसका पंचनामा तैयार किया गया और वापिस लौट आई।
सरिता तिवारी, उपनिरीक्षक थाना प्रभारी सलेहा
हमारे द्वारा घटना सामने आने के बाद अस्पताल पहुंचकर कलेक्टर, सीएमएचओ और थाना प्रभारी सलेहा से बातचीत कर अवगत कराया है तथा इस मामले में जांच कार्यवाही कर अस्पताल की व्यवस्था सुधारने की बात कही गई है साथ ही साथ मृतिका को गांव तक पहुंचाने के लिए वाहन की व्यवस्था करने के लिए भी कहा था।
राजेश वर्मा, विधायक गुनौर विधानसभा
मेरी मां को पटनातमोली में किसी अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी जहां से उसकी पत्नी एक आटो से अस्पताल लाई यहां पर उसकी माँ को अस्पताल में भर्ती नहीं किया गया माँ का इलाज नहीं हुआ और अस्पताल के सामने ही माँ की मौत हो गई। इस बात की जानकारी जब हमें मिली तो माँ का शव घर तक ले जाने के लिए गांव की आटो लेकर आए है।