अग्निशामक यंत्र से बचाई जान: अस्पताल में चूहों के बाद अब मधुमक्खियोंं का आतंक, दंपती समेत आधा दर्जन लोगों को किया घायल
- चूहों के बाद अब मधुमक्खियोंं का आतंक
- लकवा पीड़ित पर मधुमक्खियों ने किया हमला
- अस्पतालकर्मी ने अग्निशामक यंत्र की मदद से बचाई जान
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। मेडिकल कॉलेज से संबद्ध जिला अस्पताल में अभी चूहों का आतंक खत्म भी नहीं हुआ है, कि रविवार दोपहर को अस्पताल परिसर में मरीज व उनके परिजनों पर मधुमक्खियों ने हमला कर दिया। लोगों ने यहां से भागकर अपनी जान बचाई। इस दौरान आधा दर्जन लोगों को मधुमक्खियों ने काट लिया।
मधुमक्खियों के झुंड के बीच लकवा पीडि़त खिरकापुरा निवासी ४७ वर्षीय सुनील फंस गया। वह भागने में सक्षम नहीं था और मक्खियों से बचने का प्रयास करते वक्त सुनील जमीन पर गिर गया। दर्जनों मक्खियां सुनील पर झूम गई। अस्पताल कर्मचारी यश डेहरिया ने सूझबूझ का परिचय देते हुए इमरजेंसी यूनिट से अग्निशामक यंत्र लाकर गैस (कार्बन डाई ऑक्साइड) की मदद से मक्खियों को तितर-बितर किया और असहाय सुनील को स्ट्रेचर पर डालकर अस्पताल के भीतर ले गया। हालांकि इस बीच सुनील के चेहरे व शरीर पर एक दर्जन से अधिक मधुमक्खियों ने डंक मार चुकी थी। इमरजेंसी यूनिट के चिकित्सक व स्टाफ ने घायल सुनील के शरीर से मक्खियों के डंक निकाले और उसे प्राथमिक इलाज दिया।
घर लौट रहा था घायल
लकवा पीड़ित सुनील जिला अस्पताल में भर्ती था। रविवार दोपहर को वह अपने बेटे के साथ घर जाने के लिए अस्पताल से बाहर आया था। तभी मधुमक्खियों ने हमला कर दिया। गनीमत है कि सही समय पर अस्पतालकर्मी यश ने उसकी मदद कर दी वरना उसकी हालत गंभीर हो सकती थी।
महिला ने पल्ले से ढंक कर पति को बचाया
इधर एक दंपती पर भी मधुमक्खियों ने हमला कर दिया था। काफी दूर तक उन्होंने भागने का प्रयास किया, लेकिन मक्खियों ने पीछा नहीं छोड़ा। मक्खियों से बचने दंपती जमीन पर बैठ गए और महिला ने साड़ी के पल्लू से पति व स्वयं को ढांक लिया। अस्पतालकर्मी पॉलीथिन ओढक़र दंपती के पास पहुंचे और उन्हें चादर दी। चादर ओढक़र दंपती मक्खियों से बच सकी।
तीसरी मंजिल पर लगा मधुमक्खियों का छाता
पांच मंजिला जिला अस्पताल के तीसरे माले पर मधुमक्खियों के दो से तीन छत्ते लगे है। रविवार को इनमें से एक छाते की मधुमक्खियां बिफरा गई और आधा दर्जन से अधिक लोगों पर हमला कर दिया। मरीजों की सुरक्षा को ध्यान में रख प्रबंधन को मधुमक्खियों के छातों को यहां से हटवाना चाहिए।