इन 5 वजहों से टूटा भारत का विश्वविजेता बनने का सपना, टीम सेलेक्शन से लेकर मुकाबले की टाइमिंग को लेकर उठे सवाल

WTC फाइनल के लिए 13 ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने लिए नाम वापस

Bhaskar Hindi
Update: 2023-06-12 10:42 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लंदन के द ओवल में खेले गए विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया के हाथों 209 रनों के अंतर से हार का सामना करना पड़ा। यह लगातार दूसरा मौका है जब भारत को टेस्ट क्रिकेट के सबसे बड़े टूर्नामेंट में हार मिली, इससे पहले 2021 में न्यूजीलैंड ने भी टीम इंडिया को पटखनी दी थी। ऐसे कई कारण हैं जिन्हें टीम इंडिया की हार का जिम्मेदार माना जा रहा है। क्रिकेट जगत के पुराने दिग्गजों ने भी हार के कुछ कारण गिनाए हैं।

टीम का चयन सही नहीं

इस महामुकाबले के लिए भारतीय टीम के चयन पर सवाल खड़े हो रहे हैं। इस मैच टीम इंडिया 4 फास्ट बॉलर्स और एक स्पिनर के साथ उतरी। वहीं इस समय वर्ल्ड टेस्ट रैकिंग में नंबर वन गेंदबाज और मौजूदा वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में तीसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन को बाहर बैठाया गया। सचिन तेंदुलकर जैसे क्रिकेट के कई दिग्गज खिलाड़ियों ने भी रोहित शर्मा और राहुल द्रविड़ के इस फैसले पर हैरानी जताई। अश्विन जैसे गेंदबाज जिनका रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ काफी अच्छा रहा है उन्हें अंतिम ग्यारह में शामिल न करने का खामियाजा भी टीम इंडिया को भुगतना पड़ा।

टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला

टेस्ट मैच में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करना सही माना जाता है। इस चैंपियनशिप के दौरान टीम इंडिया ऐसा ही कर रही थी और मैच भी जीत रही थी। यही कारण था कि भारत लगातार दूसरी बार टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचा था। वहीं ओवल के पिछले रिकॉर्ड पर नजर डालें तो यहां पहले बैटिंग करने वाली टीम ही ज्यादा मैच जीती है। लेकिन इस मैच में टीम इंडिया ने टॉस जीता और पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। जिसके बाद पहले बैटिंग करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में बड़ा स्कोर खड़ा किया और भारत को वापसी का मौका नहीं दिया।

मुकाबले की टाइमिंग और वेन्यू

भारतीय टीम को इस अल्टीमेट टेस्ट की तैयारी करने का कम समय भी मिला। टीम के कई खिलाड़ी आईपीएल खेलने के बाद सीधे ही इंग्लैंड पहुंचे। ऐसे में उन्हें खिताबी मुकाबले के लिए तैयारी करने का कम समय मिला। यहां तक कि टीम ने मैच से पहले कोई अभ्यास मैच भी नहीं खेला। इसका इफेक्ट यह हुआ कि भारतीय बल्लेबाज इंग्लैंड की कंडीशन को नहीं समझ पाए और उन्हें बल्लेबाजी करने में मुश्किल आईं।

इसके अलावा पिछले कुछ समय में कई बार खासकर विदेशी दौरे पर देखा गया है कि भारतीय किसी भी टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला गंवाने या ड्रा होने के बाद आने वाले मुकाबलों में दमदार वापसी करती है। मैच के बाद आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की टाइमिंग और वेन्यू पर सवाल उठाते हुए कहा कि वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की टाइमिंग सही नहीं थी। ऐसे फाइनल के लिए कम से कम 1 महीने की जरूरत होती है।

खिलाड़ियों का चोटिल होना

टीम इंडिया फाइनल मुकाबले में अपनी पूरी क्षमता के साथ नहीं उतरी। टीम के 4 बेस्ट खिलाड़ी मौजूद नहीं थे। चोटिल होने की वजह से विकेटकीपर-बल्लेबाज केएल राहुल, श्रेयस अय्यर, ऋषभ पंत और तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह यह मैच नहीं खेल रहे थे।

फाइनल मुकाबले में इन चारों की कमी टीम इंडिया को खली। टीम इंडिया के पिछले दो सालों के टेस्ट मुकाबलों को देखें तो टॉप ऑर्डर के फ्लॉप होने पर अय्यर और पंत मिडिल ऑर्डर में रन बनाकर भारतीय पारी को बिखरने से बचाया है वहीं तेज गेंदबाज बुमराह ने महत्वपूर्ण मौकों पर टीम को विकेट दिलवाए हैं।

ऑस्ट्रेलिया की बेहतर तैयारी

इस मुकाबले के लिए ऑस्ट्रेलिया की तैयारी भारत से ज्यादा बेहतर थी। ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों ने करीब 2 महीने पहले से ही इस महामुकाबले की तैयारियां शुरू कर दी थीं। जानकारी के मुताबिक टीम के कप्तान पैट कमिंस सहित आधे से ज्यादा खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया में इंग्लैंड जैसी पिच बनाकर अभ्यास करते रहे। वहीं स्टीव स्मिथ, मार्नस लाबुशेन और मार्कस हैरिस ने काउंटी के दौरान इंग्लैंड की पिचों पर बल्लेबाजी करने का अभ्यास किया। इसके अलावा इस मुकाबले को देखते हुए टीम के 13 खिलाड़ियों ने आईपीएल से अपना नाम भी वापस ले लिया था।

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