विश्व नं-1 ने सबको चौंकाया, 25 साल की उम्र में लिया संन्यास
एशले बार्टी विश्व नं-1 ने सबको चौंकाया, 25 साल की उम्र में लिया संन्यास
- बार्टी ने इसी साल ऑस्ट्रेलियन ओपन जीता था
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दुनिया के नंबर-1 टेनिस खिलाड़ी एश्ले बार्टी ने बुधवार को संन्यास की घोषणा की। उनका यह फैसला सभी के लिए चौंकाने वाला है। 25 साल की बार्टी फिलहाल अपने पीक टाइम पर है। तीन बार की ग्रैंडस्लैम चैंपियन ने हाल ही में साल का पहला ग्रैंडस्लैम खिताब ऑस्ट्रेलियन ओपन अपने नाम किया था।
अपने संन्यास का ऐलान उन्होंने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो पोस्ट कर किया, जहां उन्होंने कहा, "आज का दिन मेरे लिए मुश्किल और भावनाओं से भरा है क्योंकि मैं टेनिस से संन्यास की घोषणा कर रही हूं। मुझे इस खेल ने जो कुछ भी दिया है उसके लिए मैं आभारी हूं और गर्व महसूस कर रही हूं। उन सभी लोगों का शुक्रिया, जिन्होंने मुझे सपोर्ट किया।"
प्रेस कांफ्रेंस में बताएंगी कारण
वीडियो के अंत में बार्टी ने कहा कि बाकी बातें वह प्रेस कांफ्रेंस में शेयर करेंगी। कॉलिंस को दिए एक इंटरव्यू में बार्टी ने कहा कि वास्तव में यह पहली बार है, जब मैं खुले तौर पर इतना कुछ कह पा रही हूं। यह कहने में बेहद मुश्किल रहा, लेकिन मैं बहुत खुश हूं। मैं इसके लिए तैयार भी हूं। मेरे पास फिजिकली तौर पर, इमोशनली और मुश्किल चुनौतियों से लड़ने के लिए आगे चलने की हिम्मत है।
उन्होंने आगे कहा, "मैं काफी समय से संन्यास के बारे में सोच रही थी। मेरे करियर में कई शानदार पल आए जो कि काफी अहम थे। पिछले साल विंबलडन ने मुझे एक खिलाड़ी के तौर पर काफी बदला।"
बार्टी ने कहा, "मैंने कई बार अपनी टीम से कहा कि मेरे अंदर अब वह दम वह इच्छाशक्ति नहीं है। मैं शारीरिक तौर पर खुद को तैयार नहीं कर पा रही और मुझे नहीं लगता कि अब मैं कुछ और कर सकती हूं। मैंने इस खेल को अपना सबकुछ दिया और मैं उससे काफी खुश हूं और मेरे लिए यही असली कामयाबी है।"
अमेरिकी डैनिले कॉलिंस बार्टी की डबल्स में पार्टनर भी रही है।
तीन बार जमाया है ग्रैंडस्लैम पर कब्जा
अगले महीने अपना 26वां बर्थडे मनाने जा रही बार्टी ने करियर में तीन ग्रैंड स्लैम खिताब जीते हैं। उन्होंने सबसे पहले 2019 में फ्रेंच ओपन खिताब जीता था। इसके बाद 2021 में विम्बलडन और इसी साल ऑस्ट्रेलियन ओपन जीता।
आपको बता दे एश्ले बार्टी महिला सिंगल्स में फिलहाल वर्ल्ड नंबर-1 है। वह पिछले 114 हफ्ते से इस पायदान पर बनी हुई हैं।