कोरोनावायरस का असर: फ्रेंच ओपन के बाद अब विंबलडन पर खतरा, अगले हफ्ते बैठक में टालने या रद्द करने पर होगा फैसला
कोरोनावायरस का असर: फ्रेंच ओपन के बाद अब विंबलडन पर खतरा, अगले हफ्ते बैठक में टालने या रद्द करने पर होगा फैसला
- ऑल इंग्लैंड क्लब की विंबलडन को टालने या रद्द करने पर फैसला करने के लिए अगले हफ्ते बैठक
- साल का तीसरे और सबसे पुराने ग्रैंडस्लैम विंबलडन टेनिस टूर्नामेंट 29 जून से शुरु होना है
डिजिटल डेस्क। दुनियाभर में कोरोनावायरस के लगातार बढ़ते खतरे को देखते हुए लगभग कई खेलों को रद्द या स्थगित कर दिया गया है। अब इस वायरस का खतरा टेनिस के सबसे बड़े ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट विंबलडन पर भी मंडरा रहा है। ऑल इंग्लैंड क्लब साल के तीसरे और सबसे पुराने ग्रैंडस्लैम विंबलडन टेनिस टूर्नामेंट को टालने या रद्द करने पर फैसला करने के लिए अगले हफ्ते बैठक करेगा। बता दें कि यह टूर्नामेंट 29 जून से शुरु होना है। अब तक 195 देश कोरोनावायरस की चपेट में हैं। इस महामारी के कारण अब तक 21 हजार से ज्यादा लोग अपनी जान गवां चुके हैं। 4 लाख 68 हजार से ज्यादा लोग इससे संक्रमित हैं। वहीं दुनिया की एक तिहाई आबादी लॉकडाउन है।
ऑल इंग्लैंड क्लब ने बुधवार को बयान जारी कर कहा, ‘‘इस साल टूर्नामेंट कराने को लेकर सभी सीनियर अफसरों से बात की जा रही है। ग्रैंड स्लैम को टालना या रद्द करना, इस पर चर्चा के लिए अगले हफ्ते आपातकालीन बैठक बुलाई गई है। हम कोरोनावायरस को लेकर कोई जोखिम नहीं उठाना चाहते। टूर्नामेंट को खाली स्टेडियम में कराने के प्रस्ताव को पहले ही खारिज कर दिया गया है।
फ्रेंच ओपन भी टाला जा चुका है
इससे पहले साल का दूसरा ग्रैंड स्लैम फ्रेंच ओपन भी इस महामारी के कारण टाला जा चुका है। यह टूर्नामेंट पहले 24 मई को होना था। टालने के बाद अब यह टूर्नामेंट 20 सितंबर से 4 अक्टूबर के बीच होगा। साल का पहला ग्रैंड स्लैम ऑस्ट्रेलियन ओपन जनवरी-फरवरी में पहले ही हो चुका है। सर्बिया के स्टार खिलाड़ी नोवाक जोकोविच ने ऑस्ट्रिया के डोमिनिक थिएम को हराकर ऑस्ट्रेलियन ओपन का खिताब जीता था। वहीं साल का आखिरी और चौथा ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट यूएस ओपन 24 अगस्त से 13 सितंबर के बीच होना है।