मनिका बत्रा को टेबल टेनिस फेडरेशन शो-कॉज नोटिस भेजेगी, 10 दिनों में बताना होगा मैच में नेशनल कोच से मार्गदर्शन लेने से इनकार क्यों किया?

मनिका बत्रा को टेबल टेनिस फेडरेशन शो-कॉज नोटिस भेजेगी, 10 दिनों में बताना होगा मैच में नेशनल कोच से मार्गदर्शन लेने से इनकार क्यों किया?

Bhaskar Hindi
Update: 2021-08-04 14:31 GMT
मनिका बत्रा को टेबल टेनिस फेडरेशन शो-कॉज नोटिस भेजेगी, 10 दिनों में बताना होगा मैच में नेशनल कोच से मार्गदर्शन लेने से इनकार क्यों किया?
हाईलाइट
  • टीटीएफआई ने मनिका बत्रा को कारण बताओ नोटिस भेजने का फैसला किया
  • नोटिस के जवाब में बताना होगा राष्ट्रीय कोच से मार्गदर्शन लेने से इनकार क्यों किया?
  • बत्रा ने टोक्यो ओलंपिक में नेशनल कोच की सेवाएं लेने से इनकार कर दिया था

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत की टेबल टेनिस खिलाड़ी मनिका बत्रा को टोक्यो ओलंपिक में नेशनल कोच सौम्यदीप रॉय की सेवाएं लेने से इनकार करना महंगा पड़ता दिख रहा है। टेबल टेनिस फेडरेशन ऑफ इंडिया (टीटीएफआई) की कार्यकारी समिति ने मनिका बत्रा को कारण बताओ नोटिस भेजने का फैसला किया है। नोटिस में उनसे पूछा जाएगा कि उन्होंने टोक्यो ओलंपिक में अपने मैच के दौरान एक राष्ट्रीय कोच से मार्गदर्शन लेने से इनकार क्यों किया?

टेबल टेनिस फेडरेशन ऑफ इंडिया (टीटीएफआई ) ने मनिका बत्रा के टोक्यो ओलंपिक में अपने मैचों के दौरान सौम्यदीप रॉय की मदद नहीं लेने के फैसले को "अनुशासनहीनता का कार्य" बताया था। टीटीएफआई के महासचिव अरुण कुमार बनर्जी ने कहा था, "यह निश्चित रूप से अनुशासनहीनता का कार्य है। मनिका को अन्य खिलाड़ियों की तरह अपने मैचों के दौरान राष्ट्रीय कोच को कोच कॉर्नर में बैठने देना चाहिए था। रॉय भारत के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक हैं और अब एक प्रतिष्ठित कोच हैं।"

टीटीएफआई के सचिव अरुण बनर्जी ने एएनआई को बताया कि मनिका बत्रा के पास जवाब देने के लिए 10 दिन हैं, उसी के मुताबिक आगे की कार्रवाई होगी। उन्होंने ये भी कहा कि हम गुरुवार को नोटिस जारी कर सकते हैं।

 

 

क्या है पूरा मामला?
मनिका अपने निजी कोच सन्मय परांजपे को टोक्यो ले गई थीं, लेकिन सन्मय परांजपे को मैच के दौरान स्टेडियम में आने की अनुमति नहीं मिली थी। इसके विरोध में मनिका ने राष्ट्रीय कोच की सेवाएं लेने से इनकार कर दिया था। तीसरे दौर में हार के बाद मनिका ने इस विवाद पर चुप्पी तोड़ते हुए कहा था, पीछे से सपोर्ट करने के लिए सबको को कोई न कोई चाहिए होता है। मैं जिसके साथ खेल रही थी, उसके पीछे भी कोच था।

ओलंपिक के इतने बड़े इवेंट में इस स्टेज पर मानसिक रूप से मजबूत रखने और सलाह देने के लिए कोच का रहना जरूरी होता है। मैंने कोच को अनुमति देने के लिए पहले अनुरोध किया था। मैं इसके लिए किसी को दोष नहीं दे रही।

कौन है सौम्यदीप रॉय?
सौम्यदीप रॉय 2006 कॉमनवेल्थ गेम्स की टीम स्पर्धा के स्वर्ण पदक विजेता हैं। उन्हें अर्जुन पुरस्कार भी मिल चुका है। टोक्यो जाने वाली 4 सदस्यीय टीम के वह एकमात्र कोच थे।

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