Olympic History 2004-2008: भारत पर हुई मेडल की बरसात, भारतीय खिलाड़ियों की सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए याद रखें जाएंगे ये ओलंपिक
Olympic History 2004-2008: भारत पर हुई मेडल की बरसात, भारतीय खिलाड़ियों की सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए याद रखें जाएंगे ये ओलंपिक
एथेंस ओलंपिक खेल, 2004
"ओलंपिक के घर" एथेंस में 108 साल बाद ओलंपिक खेलों की वापसी हुई। 1896 के पहले ओलंपिक इवेंट के बाद एथेंस इन खेलों के 25वें आयोजन का गवाह बना। खेलों के महोत्सव का आयोजन 13 से 20 अगस्त के बीच 2004 में हुआ।
एथेंस में राजनीतिक रूप से अस्थिरता होने के कारण घर वापसी का उत्साह कम हो गया था। इसके अलावा निर्माण देरी, एथेंस के गर्म मौसम और वायु प्रदूषण के उच्च स्तर ने एथलीटों की चिंताएं बढ़ा दी। अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) ने ग्रीस को खेलों को दूसरे शहर में स्थानांतरित करने पर विचार करने के लिए प्रेरित किया। मीडिया ने इन मुद्दों को खुब उछाला और निराशाजनक विफलता की भविष्यवाणी की लेकिन कोई भी अनहोनी नहीं हुई। पहले दिन शहर को शानदार ढंग से सजाया गया। सभी स्थान और सुविधाएं तैयार थीं। असाधारण रूप से आधुनिक परिवहन प्रणालियों ने अच्छी तरह से काम किया और सुरक्षा अब तक की सबसे अच्छी थी। गर्मी ने कुछ इवेंट्स को प्रभावित किया और पहले के कुछ इवेंट्स में दर्शकों की उपस्थिति कम रही। प्रदर्शन-बढ़ाने-नशीली दवाओं के उपयोग के लिए परीक्षणों में विफल होने के बाद 20 से अधिक एथलीटों को अयोग्य घोषित कर दिया गया था, और जिमनास्टिक और तलवारबाजी में स्कोरिंग के विवादों ने सुर्खियां बटोरीं। फिर भी अधिकांश 17-दिवसीय आयोजन सुचारू रूप से चला। विश्व प्रेस ने खेलों की जमकर तारिफ का और ग्रीस से अपनी आधारहीन भविष्यवाणियों के लिए माफ़ी मांगी। IOC के अध्यक्ष जैक्स रोग ने एथेंस ओलंपिक को "अविस्मरणीय, सपनों का खेल" घोषित किया।
2004 में रिकॉर्ड 201 राष्ट्रीय ओलंपिक समितियों ने प्रतिनिधित्व किया था। लगभग 11,100 एथलीटों ने 28 खेलों के 37 इवेंट्स में भाग लिया। महिलाओं ने पहली बार फ्रीस्टाइल कुश्ती और फेंनसिंग में भाग लिया। अमेरिका के स्वीमर माइकल फेल्प्स ने आठ (छह स्वर्ण और दो कांस्य) पदक जीतकर विश्व रिकॉर्ड की बराबरी करके पदक तालिका में शीर्ष स्थान हासिल किया। ट्रैक पर ग्रेट ब्रिटेन के केली होम्स और इथियोपिया के हिचम एल गुएरूज दोहरे स्वर्ण पदक विजेता बने और हर्डलर लियू जियांग ने पुरुषों के एथलेटिक्स इवेंट (ट्रैक और फील्ड) में चीन के लिए पहला स्वर्ण पदक जीता। पुरुषों की मैराथन इटली के स्टेफ़ानो बाल्डिनी द्वारा जीती गई थी।
ब्राजील के वेंडरले लीमा पर फिनिश लाइन से लगभग 4 मील (6.4 किमी) पहले एक दर्शक द्वारा हमला किया गया था। लीमा को "निष्पक्ष खेल और ओलंपिक मूल्यों के उनके असाधारण प्रदर्शन" के लिए पियरे डी कूबर्टिन पदक से सम्मानित किया गया।
भारत का प्रदर्शन
मेजर राज्यवर्धन सिंह राठौर ने शूटिंग के पुरुष डबल ट्रैप में सिल्वर मेडल अपने नाम किया। राठौर भारत के लिए व्यक्तिगत सिल्वर मेडल जीतने वाले पहले ओलंपियन थे।
बीजिंग ओलंपिक खेल, 2008
दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश। 13 जुलाई 2001 को अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति द्वारा बीजिंग को मेजबान शहर चुने जाने के बाद से चीन ने शहरी नवीनीकरण, विस्तारित बुनियादी ढांचे और बीजिंग और छह अन्य ओलंपिक स्थानों में ओलंपिक सुविधाओं के निर्माण में भारी मात्रा में धन का निवेश किया। अगस्त से पहले के महीनों में सिचुआन प्रांत में एक विनाशकारी भूकंप, चीन की प्रदूषण समस्याओं ने अंतर्राष्ट्रीय संगठनो का ध्यान अपनी तरफ खींचा। चीन के मानवाधिकार रिकॉर्ड, तिब्बत पर विरोध और चीनी सरकार की सूचना के नियंत्रण की आलोचना ओलंपिक कहानी का हिस्सा बन गई थी। फिर भी चीन ओलंपिक के माध्यम से दुनिया को यह दिखाने के लिए दृढ़ था कि वह दुनिया के सबसे आधुनिक और प्रभावशाली देशों की श्रेणी में शामिल हो गया है।
नेशनल स्टेडियम जिसे "बर्ड्स नेस्ट" के नाम से जाना जाता है, और नेशनल स्विमिंग सेंटर जिसे "वाटर क्यूब" के रूप में जाना जाता है, दोनों नए बीजिंग के आश्चर्यजनक प्रतीक थे।
कई यादगार चैंपियन थे लेकिन माइकल फेल्प्स और उसैन बोल्ट थे जिन्होंने सुर्खियां बटोरीं। अमेरिकी स्वीमर माइकल फेल्प्स ने आठ स्वर्ण पदक अपने नाम किये और अविश्वसनीय जमैका के धावक उसेन बोल्ट ने 100 मीटर और 200 मीटर दोनों विश्व रिकॉर्ड तोड़ दिए और जमैका 4 x 100 मीटर रिले टीम के साथ कुल तीन स्वर्ण पदक जीते।
ताजिकिस्तान, अफगानिस्तान, मॉरीशस और टोगो ने पहली बार पोडियम फिनीश अनुभव किया। ताजिकिस्तान ने अपना पहला पदक जूडो में रसूल बोकिएव और कुश्ती में युसुप अब्दुस्सलोमोव की बदौलत जीता। ताइक्वांडो में रोहुल्लाह निकपाई की बदौलत अफगानिस्तान ने पहला बार पोडियम पर कदम रखा।
मंगोलिया और पनामा अपने एथलीटों के साथ अपने देश का पहला ओलंपिक स्वर्ण घर लाने में सफल रहे। बॉक्सिंग में बदर-उगन एनखबत और जूडो में तुवशिनबयार नादान ओलंपिक खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले मंगोलिया के पहले एथलीट बने। अफ्रीकी महाद्वीप के लिए बॉक्सिंग में ब्रूनो जूली और डोंगी/कयाक में बेंजामिन बोकपेटी ने क्रमशः मॉरीशस और टोगो को अपना पहला ओलंपिक पदक प्रदान किया, जबकि पनामा ने एथलेटिक्स में अपना पहला स्वर्ण पदक जीता।
भारत का प्रदर्शन
ओलंपिक इतिहास में भारत का अबतक का सबसे अच्छा प्रदर्शन था, भारत ने बीजिंग ओलंपिक मे कुल 3 पदक जीते थे। अभिनव बिंद्रा ने 10m एयर राइफल में भारत को पहला व्यक्तिगत गोल्ड मेडल दिलाया। इसके अलावा विजेंद्र सिंह ने बॉक्सिग के मिडिलवेट कैटेगरी में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया।
सुशील कुमार ने कुश्ती के अपने 2 ओलंपिक मेडल में से यहां बीजिंग में ब्रॉन्ज के रूप में अपना पहला मेडल जीता।