एनटीपीसी तीरंदाजी के विकास के लिए 115 करोड़ रुपये देगा

पहल एनटीपीसी तीरंदाजी के विकास के लिए 115 करोड़ रुपये देगा

Bhaskar Hindi
Update: 2022-09-15 12:30 GMT
एनटीपीसी तीरंदाजी के विकास के लिए 115 करोड़ रुपये देगा
हाईलाइट
  • एनटीपीसी 2018 से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तीरंदाजी खेल का समर्थन कर रहा है

डिजिटल डेस्क, भुवनेश्वर। नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन (एनटीपीसी) ने गुरुवार को कहा कि वह भारत में तीरंदाजी के विकास के लिए 115 करोड़ रुपये देगा।

एनटीपीसी ने इस उद्देश्य के लिए राष्ट्रीय खेल विकास कोष (एनएसडीएफ) और युवा मामले और खेल मंत्रालय (एमवाईएएस) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं।

अपनी कॉपर्ोेट सामाजिक जिम्मेदारी (सीएसआर) पहल के तहत, एनटीपीसी ने तीरंदाजी खेल के विकास के लिए पांच वर्षों में 115 करोड़ रुपये देने की प्रतिबद्धता जताई है।

कंपनी ने एक बयान में कहा कि कुल राशि में से 15 करोड़ रुपये फील्ड टारगेट की तैयारी, प्रशिक्षण केंद्रों की स्थापना और धनुष और तीर जैसे उपकरणों पर खर्च किए जाएंगे।

इसके अलावा, शेष 100 करोड़ रुपये जमीनी स्तर से तीरंदाजी के विकास, पहचान की गई प्रतिभाओं के प्रशिक्षण, विशिष्ट प्रतिभाओं के प्रशिक्षण, उच्च प्रदर्शन वाले कोचों के विकास, खरीद के लिए पांच वर्षों (प्रति वर्ष 20 करोड़ रुपये) में आवर्ती व्यय के रूप में खर्च किए जाएंगे।

कंपनी युवा मामलों और खेल मंत्रालय, भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) और भारतीय तीरंदाजी संघ (एएआई) के साथ साझेदारी में तीरंदाजी खेल का समर्थन कर रही है, जिसका उद्देश्य भारत के तीरंदाजों का प्रतिभाशाली पूल, अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शन और मंच के साथ विश्व स्तरीय सुविधाएं प्रदान करना है।

उन्होंने कहा, एनटीपीसी 2018 से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तीरंदाजी खेल का समर्थन कर रहा है। समझौते को आगे 2024 में अगले ओलंपिक तक बढ़ा दिया गया है।

एनटीपीसी ने पुरुष और महिला दोनों समूहों के लिए सब-जूनियर, जूनियर और सीनियर श्रेणियों के लिए सभी राष्ट्रीय तीरंदाजी चैंपियनशिप, राष्ट्रीय रैंकिंग तीरंदाजी टूनार्मेंट (एनआरएटी), कोचिंग सुविधा, उपकरण, खेल किट आदि के आयोजन के लिए भी समर्थन दिया है।

तीरंदाजों ने इस अवधि के दौरान कई अंतरराष्ट्रीय पदक जीते और टोक्यो ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन किया और क्वार्टर फाइनल में पहुंचे, जो कि तीरंदाजी में भारत का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन माना जाता है।

भारतीय तीरंदाजों ने टोक्यो पैरालिंपिक-2021 में एक अनुकरणीय प्रदर्शन किया, जहां हरविंदर सिंह ने कांस्य पदक जीता। 2021 में, भारत को दो विश्व रिकॉर्ड से सम्मानित किया गया और भारतीय तीरंदाजों ने पैरालिंपिक सहित सभी प्रमुख अंतरराष्ट्रीय टूनार्मेंटों में कुल 49 अंतर्राष्ट्रीय पदक (20 स्वर्ण, 20 रजत और 9 कांस्य पदक) जीते।

(आईएएनएस)

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