नोवाक जोकोविच ने खुलकर किया था वैक्सीनशन का विरोध, तो फिर ऑस्ट्रेलिया पहुंचने पर तमाशा क्यों?
खेल पर राजनीति पड़ी भारी नोवाक जोकोविच ने खुलकर किया था वैक्सीनशन का विरोध, तो फिर ऑस्ट्रेलिया पहुंचने पर तमाशा क्यों?
- जोकोविच का घंटो एयरपोर्ट पर रोकने के बाद एंट्री वीजा रद्द कर दिया गया है
डिजिटल डेस्क, मेलबर्न। विश्व के नंबर-1 टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविच और ऑस्ट्रेलियाई सरकार के बीच विवाद बढ़ता ही जा रहा है। 17 तारीख से शुरू होने जा रहे ऑस्ट्रेलियाई ओपन में भाग लेने पहुंचे जोकोविच का घंटो एयरपोर्ट पर रोकने के बाद एंट्री वीजा रद्द कर दिया गया है।
लेकिन अब सवाल यह उठता है की, जब वह पहले ही वैक्सीनेशन का खुलकर विरोध कर चुके हैं तो, ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने उन्हें मेडिकल छूट के तहत एंट्री क्यों दी है और अगर दी तो उन्हें मेलबर्न एयरपोर्ट पर क्यों रोका गया?
हालांकि, ऑस्ट्रेलियाई पीएम स्कॉट मॉरिसन ने इसे अटल नियम बताया है। जहां उन्हें ट्वीट कर कहा, " जोकोविच का वीजा रद्द कर दिया गया है। नियम नियम हैं, खासकर जब हमारी नीतियों पर बात आती है तो इन नीतियों से ऊपर कोई नहीं है।"
इस ट्वीट के बाद से दोनों देशों के बीच विवाद पैदा हो गया है।
उधर सर्बियाई सरकार ने खुलकर अपने खिलाड़ी का सपोर्ट किया। राष्ट्रपति अलेक्जेंडर वुचिच ने इसे मानसिक उत्पीड़न बताया।
समीक्षा के बाद मिली थी जोकोविच को मेडिकल छूट
टेनिस ऑस्ट्रेलिया ने इस बात की पुष्टि की थी कि दो अलग-अलग पैनलों की समीक्षा के बाद सर्बियाई खिलाड़ी को मेडिकल छूट दी गई थी। लेकिन जब वह मेलबर्न पहुंचे तो अधिकारियों ने पाया कि उनकी टीम ने वैक्सीन ना लगाने को लेकर मेडिकल छूट देने वाले वीजा के लिए अनुरोध ही नहीं किया था।
ऑस्ट्रेलियाई सीमा बल की ओर से बयान में कहा गया कि जोकोविच ऑस्ट्रेलिया में प्रवेश संबंधी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए पर्याप्त सबूत नहीं दे पाए।
खिलाड़ियों ने ऑस्ट्रेलियाई सरकार पर लगाया राजनीति का आरोप
इस विवाद के बाद से टेनिस जगत के खिलाड़ी जोकोविच के सपोर्ट में उतर आए है। खिलाड़ियों का मानना है कि यह निर्णय पूरी तरह राजनीति से प्रभावित है क्योंकि जब नोवाक जोकोविच को मेडिकल संबंधी छूट दी गई तो इस पर ऑस्ट्रेलिया में एक बड़ा वर्ग सरकार के विरोध में था।
जब जोकोविच मेलबर्न पहुंचे तो डिटेंशन सेंटर पर भी उन्हें भारी विरोध झेलना पड़ा था। कुछ लोग तो तख्ती लेकर उनका विरोध करते नजर आए।
यूक्रेन के टेनिस खिलाड़ी सर्जी शखोवस्की ने जोकोविच का सपोर्ट करते हुए कहा, "अगली बार से कोई आपसे बोले कि खेल और राजनीति को अलग रखना चाहिए तो छह जनवरी 2022 को याद रखना जब विशुद्ध राजनीतिक अहंकार की वजह से दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी को ऐसे देश में प्रवेश नहीं दिया गया जहां सरकारी संस्थानों को प्रवेश मिल रहा था।"
अमेरिकी टेनिस खिलाड़ी टेनिस सैंडग्रेन ने इस बारे में कहा, " एक बात साफ है कि दो अलग अलग मेडिकल बोर्ड ने उन्हें छूट देने को मंजूरी दी। अब राजनेता इसे रोक रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया ग्रैंड स्लैम की मेजबानी का हकदार ही नहीं है।"